नयी दिल्ली/मुंबई : महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने आज बुधवार की शाम राज्य की जनता को फेसबुक लाइव के जरिये संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि वे हिंदुत्व से थोड़ा भी पीछे नहीं हटे हैं। शिवसेना हिंदुत्व से पीछे हट ही नहीं सकती। हमारी सरकार बालासाहेब के हिंदुत्व के एजेंडे को आगे ले जा रही है। उद्धव ने एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि यदि मेरे सामने आकर कहते कि उन्हें सीएम बनना है तो मैं पद छोड़ देता। मैं पद छोड़ने को तैयार हूं। लेकिन इस तरह गद्दारी करना बालासाहेब के सिद्धांतों पर हमले की तरह है।
विधानसभा भंग करने की कर सकते हैं सिफारिश
आंकड़ों के अनुसार अगर 34 विधायकों को शिवसेना के कुल विधायक संख्या से घटा दें तो उद्धव सरकार अल्पमत में आ जायेगी। समर्थक दलों को मिलाकर शिवसेना सरकार के पास महज 120 विधायकों के समर्थन का ही नंबर रह जाएगा। जबकि विरोधी भाजपा और बागियों को मिलाकर कुल 160 विधायक उद्धव सरकार के विपक्ष में हो जायेंगे। बहुमत के लिए महाराष्ट्र विधानसभा में 143 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
एनसीपी चीफ पवार से मीटिंग के बाद लेंगे फैसला
राज्य की जनता को संबोधन के बाद उद्धव ठाकरे संभव है कि महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं। इससे पहले शिवसेना के बागी गुट के मुखिया एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायक दल का नेता बने रहने को लेकर 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक समर्थन प्रस्ताव राज्यपाल के पास भेजा। शिंदे को उद्धव ठाकरे ने विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था।सियासी घमासान के बीच यह खबर भी आई है कि सीएम उद्धव ठाकरे कोई फाइनल कदम उठाने से पहले एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ बैठक करेंगे। बताया जाता है कि वे आज शाम जनता को संबोधन के बाद वे शाम 6 बजे के करीब पवार संग मीटिंग करेंगे।