‘बिहार प्रशासनिक सेवा के अघिकारियों का स्थानांतरण आचार संहिता का उल्लंघन, स्वतः संज्ञान ले चुनाव आयोग’
पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राज्य सरकार पर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इस पर अविलम्ब संज्ञान लेने की माँग की है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा गत 2 मार्च को स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद के लिए होने वाले चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। कल 9 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाता है और चुनाव कार्य से जुड़े पदाधिकारियों के स्थानांतरण पर रोक लग जाती है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद अधिकारियों का स्थानांतरण करना आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।
साथ ही आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले पर चुनाव आयोग कार्रवाई करती है। पर आश्चर्य है कि राज्य सरकार द्वारा कल बड़े पैमाने पर बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है, जिसमें कई अनुमंडल पदाधिकारी भी शामिल हैं। जबकि स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद के होने वाले चुनाव में अनुमंडल पदाधिकारी ही सहायक चुनाव पदाधिकारी होते हैं और उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। पर अब तक चुनाव आयोग पूरी तरह मौन साधे हुए है जबकि स्वतः उसे संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए थी ।
राजद प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा चुनाव को प्रभावित करने के लिए ही अनुमंडल पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। क्योंकि, एनडीए को यह एहसास हो गया है कि स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले बिहार विधान परिषद के चुनाव में उसकी शर्मनाक हार होने वाली है। राजद प्रवक्ता ने चुनाव आयोग से अविलम्ब इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की माँग की है।