नवादा : उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र में तिलक की मिठाई खाने के बाद 40 बच्चे और 10 महिला—पुरुष फूड प्वाइजनिंग का शिकार होकर गंभीर रूप से बीमार पड़ गए। मिठाई खाने के तीन घंटे बाद सभी बच्चों और महिलाओं को अपने—अपने घर में उल्टी होनी शुरू हो गई। घटना नवादा जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के चौबे नवादा गांव की है। यहां तिलक की रस्म पूरी करने राजगीर के बिरायतन गांव से शादी के लिए लोग आये थे।
तिलक देने आए बारातियों से पहले कैलाश राजवंशी पिता स्व बिरजू राजवंशी ने ग्रामीणों को भोजन करा दिया। जिसके बाद बारात में आए सभी बच्चों और बड़ों को भोजन कराया। बारात में शामिल लोग तीन बजे सुबह से उल्टी करते अपने घर वाहन से लौट गये। वहीं ग्रामीण महिला और बच्चे चार बजे सुबह से ही उल्टी करने लगे।
स्थानीय लोगों ने बीमार लोगों को गांव से सटे बडगांव स्थित एक ग्रामीण चिकित्सक के क्लीनिक में भर्ती कराया। कुछ लोग अपने बच्चे को लेकर लौंद बाजार के प्राइवेट क्लिनिक में चले गये।
सूचना के बाद सिरदला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी टीम के साथ एंबुलेंस लेकर गांव पहुंचे जहां एक भी बच्चा नहीं मिला। स्थानीय लोगों की मदद से वे ग्रामीण चिकित्सक के पास पहुंचे जहां से सभी पीड़ित बच्चों को उठाकर सिरदला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर आवश्यक इलाज किया। बताते चले एक वर्ष पूर्व इसी गांव में डायरिया की चपेटमें आकर दो बच्चों की मौत हो गयी थी। पीड़ित बच्चा आरती कुमारी एक वर्ष, रंजना कुमारी दो वर्ष, अर्चना कुमारी, चार वर्ष, शोमंती कुमारी पांच वर्ष, रजनी कुमारी तीन वर्ष, काजल कुमारी पांच वर्ष, राजू कुमार सतरह वर्ष, गुड़िया कुमारी सात वर्ष, राजीव कुमार दास वर्ष, आकाश कुमार नो वर्ष, मधु कुमारी आठ वर्ष, सोनू राजवंशी चालीस वर्ष, गुड्डू कुमार दस वर्ष, रवीना कुमारी आठ वर्ष, कुंदन कुमार बारह वर्ष, चंद्रकली कुमारी 15 वर्ष, इंदु कुमारी आठ वर्ष, कृष्ण कुमार 06 वर्ष, प्रेमं कुमार दस वर्ष, रिया कुमारी आठ वर्ष राखी कुमारी सात वर्ष, पिंटू कुमार बाईस वर्ष और सोना देवी समेत चालीस बच्चा और दस महिला-पुरुष फूड पॉयजनिंग का शिकार हुए है।
चिकित्सक के अनुसार सभी पीड़ित का इलाज किया जा रहा है। और सभी मरीज खतरे से बाहर है। कैलाश राजवंशी ने बताया कि लोंद बाजार स्थित एक दुकान से रिफाइन और सागर पाउडर आदि सामग्री की खरीद लक्ष्मी किराना स्टोर से किया था। बुद्धिजीवियों की मानें तो पाउडर में गड़बड़ी के कारण यह हादसा हुआ है। घटना के बाद गांव में सभी लोग सहमे हुए हैं। मौके पर डॉ उपेन्द्र कुमार, डॉ संतन कुमार, डॉ शाहिद सरफुद्दीन, डॉ सुबोध कुमार, हेल्थ मैनेजर सुदर्शन कुमार सिंह आदि मौजूद थे।