तीन विधानसभा क्षेत्र की जनता ने नेताओं के प्रवेश पर लगाया पूर्ण प्रतिबंध

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एक दशक से जाम की समस्या से हैं परेशान

छपरा: पटना एन एच 19 जाम से पीड़ित दर्जनो पंचायतों के लोगों ने आगामी विधानसभा चुनाव मे वोट बहिष्कार की घोषणा के साथ अपनी चट्टानी एकता का प्रदर्शन करते हुए गोलबंद लोगों ने सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।

बहिष्कार का ऐलान करते हुए ग्रामीणों ने छपरा शहर के नगरपालिका चौक से लेकर डोरीगंज व मुसेपुर पंचायतों के बीच विभिन्न गावों के मुख्य द्वार पर चुनाव प्रचार के लिए गाँवो मे नेताओ के प्रवेश पर रोक लगाए जाने की चेतावनी और स्लोगन लिखे बैनर व पोस्टर लगा दिया है, जिसमें जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध जमकर अपने आक्रोश का इजहार किया है ।

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प्रवेश द्वार पर बैनर लगाते ग्रामीण

इस दौरान ग्रामीणों ने नगरपालिका चौक गोलंबर पर नेताओं के होल्डिंग व बैनरों के बीच “रोड नहीं तो वोट नहीं ” मेरे पास चुनाव मे वोट माँगने मत आना, बंद करवा दिया मेरा छपरा पटना आना जाना, पहले जाम तोड़वाना, रोड बनवाना, तब गाँव मे वोट माँगने आना “आदि चेतावनी और स्लोगन लिखे नारों के साथ जगह-जगह बैनर व पोस्टर लगाया।

ग्रामीणों ने शहर के मौना चौक नेवाजी टोला व भिखारी चौक समेत बड़ा तेलपा, रौजा, घेघटा मेला, शेरपुर गेट, विष्णुपुरा, खलपुरा, अवधपुरा, महाराजगंज, डोरीगंज, चिरान्द, सिगही तथा मुसेपुर समेत विभिन्न गांवों के मुख्य द्वार पर सैंकड़ों बैनर पोस्टर लगा कर इस मुहिम की शुरूआत की है।

इस अभियान में सक्रिय एनएच 19 संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से इस जाम को लेकर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल के बाद डीएम से लेकर पीएम तक गुहार लगा थक चूकने के बाद बाध्य होकर हमलोगों ने इसबार विधानसभा चुनाव मे नेताओं के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए सामूहिक वोटिंग के बहिष्कार का निर्णय लिया है सदस्यों के मुताबिक इस समस्या के समाधान से पहले अब नेताओं के किसी तरह के झाँसे में नहीं आने वाले हैं।

तीन विधानसभा क्षेत्र जो कि छपरा, गरखा व सोनपुर है, इन क्षेत्रों की जनता के द्वारा नेताओं की चुनावी तैयारियों के बीच वोट बहिष्कार के मुद्दे को लेकर हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म हो उठा है।

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