‘विश्व रक्तदाता दिवस’ पर रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का होगा सम्मान
पटना : हर वर्ष 14 जून को मनाया जाने वाला विश्व रक्तदाता दिवस बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा राज्य में स्वैच्छिक रक्तदान से जुड़े लोगों, रक्त केन्द्रों एवं रक्तदान शिविर आयोजकों को उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस बारें में यह बताया गया कि इस कार्यक्रम के तहत उन लोगों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने 1 अप्रैल 2021 से लेकर 30 अप्रैल 2022 की अवधि में चार बार स्वैच्छिक रक्तदान किया हो। हालांकि,महिलाओं के लिए तीन बार रक्तदान करने पर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही वित्तीय वर्ष 2021-22 में अधिकतम स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाने वाली संस्थाओं को भी पटना में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए सभी संस्थाओं को प्रति शिविर कम से कम 30 रक्त ईकाई संग्रहित करने का प्रमाण होना जरूरी है।
मरीजों के लिए रक्त उपलब्ध कराने वाली संस्था भी सम्मानित
वहीं,इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2021-22 में थैलेसिमिया मरीजों के लिए रक्त ईकाई उपलब्ध कराने वाली संस्थाओं को भी स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसी दिन दो रक्त संग्रहण अधिकोष चलंत बस, क्रमशः जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल, भागलपुर एवं श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल, मुजफ्फरपुर के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा हरी झंडी दिखायी जायेगी।
बता दें कि,राज्य में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित ब्लड बैंकों में वित्तीय वर्ष 2021-2022 में कुल एक लाख 64 हजार 368 यूनिट रक्त का संग्रहित किया गया। इसके लिए विभाग की ओर से पूरे साल भर में 811 शिविर लगाए गए। प्रदेश में अबतक कुल छह हजार 743 पंजीकृत रक्तदाता कार्ड बनाए गए हैं। प्रदेश में कुल 103 ब्लड बैंक क्रियाशील है, जिसमें 43 सरकारी तथा छह रेड क्रॉस समर्थित एवं 54 अन्य ब्लड बैंक कार्यरत हैं। सभी ब्लड बैंकों को ऑनलाइन कर दिया गया है, ताकि ऐसे रक्त केंन्द्रों से रक्त एवं रक्त अवयव की उपलब्धता की जानकारी ई-रक्तकोष एप से प्राप्त किया जा सके।
इसके आलावा राज्य के 12 जिलों में 33 बल्ड सेपरेशन यूनिट लगाये गये हैं। पटना में 16, मुजफ्फरपुर में तीन, पूर्णिया में तीन, दरभंगा में दो, नालंदा में दो एवं भागलपुर, कटिहार, किशनगज, मधुबनी, रोहतास, सीतामढ़ी और मुंगेर में एक-एक बल्ड सेपरेशन यूनिट लगाये गये हैं। बल्ड सेपरेशन यूनिट लगाकर लोगों को सहजता से प्लेटलेट्स, प्लाजमा एवं रेड ब्लड सेल अलग-अलग उपलब्ध हो सके, इसकी व्यवस्था की जा रही है।