पटना : बिहार विधानसभा में चल रहे अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान जो सबसे बड़ी बात निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक किशनगंज में तीस फीसदी की दशकीय दर से जनसंख्या में विर्दी हुई है। इसका मतलब साफ़ है की किशनगंज में जनसंख्या विस्फोट हुआ है। यह बात आज सरकार ने विधानसभा में कबूल भी लिया है।
दरअसल, विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायक संजय रावगी के तारांकित प्रश्न पर जबाब देते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि देश की जनसंख्या 2011 के जनगणना के अनुसार बिहार की जनसंख्या की दशकीय वृद्धि दर 25.1 प्रतिशत है। वहीँ किशनगंज में जनसंख्या की दशकीय वृद्धि दर 30.4 फीसदी है। वही बात अगर पुरे भारत की करें तो भारत में जनसंख्या की दशकीय वृद्धि दर 17.6 फीसदी है।
भाजपा विधायक संजय रावगी ने विस में किया था सवाल
मालूम हो कि भाजपा विधायक संजय रावगी ने विस में सवाल किया था कि क्या यह सच है कि देश में वार्षिक जनसंख्या वृद्धि दर 2.57 है। जबकि किशनगंज जिला में जनसंख्या वृद्धि दर 4.60 प्रतिशत है। इसी सवाल का जबाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किशनगंज में वार्षिक जनसंख्या वृद्धि दर 3.04 प्रतिशत है।
राजनीतिक जानकारों की माने तो चर्चा इस बात की पहले से ही थी कि बिहार में सबसे अधिक सीमांचल के क्षेत्रों में जनसंख्या विस्फोट हो रहा है उसमें भी खासकर किशनगंज में सबसे अधिक हो रहा है जिसकी पुष्टि आज खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने भी कर दिया। वहीं सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के उदासीन रवैए को देखकर अब इस मसले पर केंद्र सरकार ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।
जानकारी हो की इससे पहले भाजपा लगातार सवाल करते रही है कि अल्पसंख्यक बहुल किशनगंज में जनसंख्या काफी बढ़ी है। इस कारण देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद जरूरी है। गौरतलब है कि भाजपा के एक विधायक ने 2 दिन पहले कहा था कि देश में बढ़ती जनसंख्या को लेकर एक समुदाय विशेषकर अधिक जिम्मेदार है। उस धर्म के लोग शिक्षित हो या अशिक्षित लगभग सभी एक से अधिक बच्चे पैदा करते हैं। इसके बाद बिहार कि सियासत गरमा गई है।