NMCH के अधीक्षक पर गिरी गाज, केंद्रीय टीम को सच बताना पड़ा महंगा!
पटना: कोरोना संकट के दौरान राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एनएमसीएच के अधीक्षक निर्मल कुमार सिन्हा को अधीक्षक के पद से हटा दिया है। उनके जगह पर अब विनोद कुमार सिंह को नया अधीक्षक बनाया गया है।
सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, पटना के अतिरिक्त प्रभाव से मुक्त किया जाता है। इनके जगह पर प्राध्यापक विनोद कुमार सिंह को NMCH पटना अधीक्षक का प्रभार दिया जाता है।
निर्मल कुमार सिन्हा को अधीक्षक पद से हटाने के पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि बिहार में कोरोना संकट का जायजा लेने पहुंची केन्द्रीय टीम NMCH का निरीक्षण की थी इस दौरान सिन्हा ने खुल कर सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाये थे। केंद्रीय टीम से उन्होंने कहा था कि बेड के अनुसार ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था नहीं है, इसके अलावा उन्होनें कई और मसलों को केंद्रीय टीम के समक्ष रखा और कहा कि ऐसे में समुचित इलाज संभव नहीं है।
लेकिन, सरकार को सिन्हा के द्वारा केंद्रीय टीम को सच बताना नागवार गुजरा और केंद्रीय टीम के जाते ही सरकार ने उन्हें भी अधीक्षक के पद से पदमुक्त कर दिया। सिन्हा को हटाने के बाद यह प्रतीत होता है कि अस्पताल के बारे में सही जानकारी देने पर सरकार उस समस्या के समाधान के तौर पर सवाल उठाने वाले को ही साइड कर दे रही है।
इसके अलावा बीते दिन सोशल मीडिया व मीडिया में एनएमसीएच की बदहाली की खबरें आयी थी। इसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्था और सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।