कम नहीं हो रही RJD परिवार की मुश्किलें, अब 5 अगस्त तक बढ़ी ‘लालू के हनुमान’ की रिमांड
पटना : रेलवे भर्ती घोटाला यानी IRCTC घोटाले मामले में लालू प्रसाद ने हनुमान कहे जाने वाले भोला यादव की मुश्किलें घटने का नाम नहीं ले रही है। अब भोला यादव को हृदयानंद चौधरी के रिमांड की अवधि को बढ़ा दी गई है। अब ये दोनों आगामी 5 अगस्त तक cbi रिमांड पर रहेंगे।
अगली सुनवाई 6 अगस्त को
दरअसल, रोउज एवेन्यू कोर्ट में भोला यादव और हृदयानंद चौधरी की पेशी के बाद यह फैसला लिया गया है कि ये लोग आगामी 5 अगस्त तक सीबीआई रिमांड पर रहेंगे। इनकी अगली सुनवाई 6 अगस्त को होगी। हालंकि, इससे पहले इन दोनों को 2 अगस्त तक के लिए रिमांड पर रखा गया था, लेकिन अब इनकी रिमांड की अवधि बढ़ा दी गई है। मालुम हो कि, इन दोनों की गिरफ्तारी नौकरी के बदले जमीन लेने के घोटाले में हुई है।
आईआरसीटी से जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में बीते दिनों सीबीआई ने भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया था। सीबीआई ने कोर्ट से दोनों की 10 दिनों की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने CBI को एक हफ्ते की रिमांड दी थी। लेकिन,अब वापस से कोर्ट ने इन दोनों को सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।
बता दें कि, भोला यादव की दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के बाद पटना और दरभंगा स्थित ठिकानों पर छापेमारी भी हुई थी। वहीं आईआरसीटी से जमीन के बदले नौकरी देने मामले में सीबीआई ने दो महीने पहले लालू परिवार के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इसके बाद लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी और राजद के पूर्व विधायक भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी दिल्ली में हुई थी। बताया जाता है कि, साल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब भोला यादव उनके ओएसडी रहे थे। भोला यादव पर उस समय रेलवे में जमीन के बदले नौकरी लगवाने के आरोप हैं और उन्हें इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।