पटना : लोक जनशक्ति पार्टी में मचे सियासी घमासान को लेकर लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने आरोप लगाया था कि इस सबके पीछे सबसे बड़ा हाथ जदयू के नेता का हैं। इस आरोप के बाद भी जदयू के सबसे बड़े नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक चुप्पी साध रखी है। हालंकि इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चिराग पर हमला जरूर बोला है। वहीं इसके बाद अपने पार्टी पर लागातार लग रहे आरोप को लेकर बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी चिराग पर हमला बोला है।
उमेश कुशवाहा ने कहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी में आज जो भी हालात पैदा हुए हैं, उसके जिम्मेदार खुद चिराग पासवान हैं। चिराग की वजह से ही झोपड़ी में आग लगी है।
वहीं उन्होंने पशुपति कुमार पारस का समर्थन करते हुए कहा कि पारस बखूबी जानते हैं कि नीतीश कुमार बिहार के विकास पुरुष हैं और उनके नेतृत्व में बिहार में विकास हुआ है। उन्होंने पशुपति पारस को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जानें की बधाई भी दी है।
इसके अलावा जब कुशवाहा से पूछा गया कि रागज गठबंधन में मोदी का हनुमान कोन है चिराग पासवान या पशुपति पारस तो इस पर उन्होंने चुप्पी साधते हुए कहा कि यह लोजपा की अंदरूनी बात है इस पर हम कोई टीका टिप्पणी करना नहीं चाहते हैं।
गौरतलब है कि पारस गुट ने कल पशुपति पारस को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है। पारस लोजपा के अन्य चार सांसदों के समर्थन से चिराग की जगह लोकसभा में पार्टी के नेता का ओहदा भी हासिल कर लिया है। इसके अलावा वह गुरूवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए। हालांकि चिराग का दावा है कि उनके चाचा ने असंवैधानिक तरीके से ऐसा किया है। पार्टी का संविधान अलग है।पार्टी संवैधानिक तरीके से चलती है।