पटना : कांग्रेस नेता ललन कुमार किसान आंदोलन को लेकर कहा कि किसान आंदोलन ने आजादी के आंदोलन के दौर के जागरण जैसी स्थिति पैदा की है| देश के संविधान व लोकतंत्र पर लगातार हो रहे हमले के खिलाफ उन्होंने देश की जनता से गणतंत्र की अपनी दावेदारी को फिर से बुलंद करने का आह्वान किया|
ललन कुमार ने कहा कि तीनों कृषि कानून न केवल किसान विरोधी हैं, बल्कि पूरे देश के खिलाफ है| आज देश में आजादी की दूसरी लड़ाई आरंभ हो चुकी है| हम मांग करते हैं कि तीनों किसान विरोधी कानूनों को तत्काल रद्द किया जाए, एमएसपी को कानूनी मान्यता प्रदान की जाए| उन्होंने कहा कि 30 जनवरी को महागठबंधन के आह्वान पर आयोजित मानव शृंखला को ऐतिहासिक होगा। 30 जनवरी की मानव शृंखला में किसान सहितखेतिहर मजदूरों व अन्य तबकों की ऐतिहासिक भागीदारी होने वाली है|
ललन कुमार ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह से निरस्त किए जाए, यही किसानों की मांग है और हम उनके साथ हर स्थिति में खड़े हैं| उन्होंने बिहार में मंडी सिस्टम लागू करने की मांग करते हुए कहा कि वर्तमान की पैक्स व्यवस्था किसानों के हित में नहीं है। देश में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय बिहार के किसानों की है। किसानों की स्थिति को सुधारने के लिए मंडी सिस्टम को पुन: लागू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही बिहार में किसानों को 60 फसलों पर एमएसपी मिले।
इस अवसर पर पूर्व सांसद शेलेश कुमार उर्फ बूलो मंडल, राजद जिलाध्यक्ष चन्द्रषेखर यादव, जिला कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष विपिन यादव, राजद महिला अध्यक्ष निशु सिंह, सुभाष तांती, एनएसयू आई नेता रवि कुमार, रिषु कुमार, राजद प्रखंड अध्यक्ष मैराज अहमद एवं सैकडो महागठबंधन के कार्यकर्ता उपस्थित थे।