मेढ़क के शक्ल में बच्चे का हुआ जन्म, उत्पन्न हुई अजीबोगरीब स्थिति
गया : गया में एक महिला ने मेढ़क की शक्ल के बच्चे को जन्म दिया है। जानकारी के अनुसार बच्चे का शक्ल ही नहीं, बल्कि दोनों हाथों का शेप भी वैसा ही था। हालंकि बच्चे का जन्म शनिवार शनिवार सुबह हुआ और जन्म के कुछ देर बाद ही उसकी मौत भी हो गई।
जानकारी के अनुसार, गया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वाजितपुर इलाके में रहने वाली सरिता देवी की कोख से जैसे ही बच्चे का जन्म हुआ, देखकर सब दंग रह गए। क्योंकि इस बच्चे का आकार देखने में बड़ा ही अजीबोगरीब था। उसकी गर्दन नहीं थी। बड़ी-बड़ी आंखें थी। बिल्कुल मेंढक की तरह। जिसके बाद यह खबर आग की तरह आसपास के इलाकों में फैल गई। लोग बड़ी-बड़ी आंखों वाले उस बच्चे को देखकर सभी अचंभित थे।
डॉक्टर ने बताया कि महिला की हुई नार्मल डिलीवरी
वहीं, इसको लेकर महिला सरिता देवी के पति गोविंद पासवान ने बताया कि सरिता देवी की यह तीसरी डिलीवरी थी। उसकी दो बेटियां पूर्व से ही हैं। स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर तनवीर ने बताया कि महिला की नार्मल डिलीवरी हुई थी। बच्चे का वजन करीब 800 ग्राम था, लेकिन उसके गर्दन के बाद का हिस्सा पूरी तरह से डेवलप नहीं हो सका था। जन्म के कुछ देर बाद ही उसकी मौत भी हो गई।
डॉक्टर ने बताया कि महिला ने बच्चे के जन्म से पहले किसी प्रकार की कोई जांच नहीं कराई थी। वहीं, महिला का पति दैनिक मजदूरी करता है। इस वजह से सही से देखभाल व खान-पान न होने से पेट में बच्चे का उचित विकास नहीं हो पाया। यहीं वजह है कि इससे कभी-कभार उल्टे-सीधे शेप में बच्चे जन्म लेते हैं।
डॉक्टर का कहना है कि यह एक जन्मजात रोग का उदाहरण है। जब भ्रूण पूरी तरह से विकसित नहीं होता है तो इस तरह के मामले सामने आते हैं। गर्भ ठहरने के बाद बच्चे का अल्ट्रासाउंड जरूर करना चाहिए, ताकि समय रहते ऐसे मामलों का पता चल सके। उन्होंने बताया कि पांच महीने के बाद लेवल 2 अल्ट्रासाउंड कराया जाता है।