Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured पटना बिहार अपडेट बिहारी समाज राजपाट

मुख्यमंत्री ने राजद एमएलसी को बैठने को कहा, तो बोले – नीतीश बाघ हैं क्या?

पटना : बिहार विधान परिषद में उस समय हंगामा मच गया जब मुख्यमंत्री आगबबूला हो गए। नीतीश कुमार राजद एमएलसी सुबोध राय पर गुस्सा हो गए और चुपचाप बैठने की सलाह दे डाली।

बिहार में इन दिनों विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है। इसी दौरान आज के विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान नीतीश कुमार बेहद गुस्से में नजर आए। मालूम हो कि ऐसा बेहद कम ही मौका होता है जब नीतीश कुमार सदन की कार्यवाही में गुस्सा होते हैं।

दरअसल, बिहार विधान परिषद में जब तारांकित प्रश्नों का सवाल जवाब का सत्र चल रहा था बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उसी समय एमएलसी मोहम्मद फारुख ने सड़क की बदतर हालात पर सवाल किया था इसी का जवाब ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज जवाब दे रहे थे। मंत्री के जवाब के उपरांत मोहम्मद फारुख पूरक सवाल के लिए खड़े हुए तो उनके साथ सुबोध राय भी खड़े हो गए और अपना सवाल करने लगे उसी समय राजद एमएलसी खड़े हो कर सवाल करने लगे इस कारण नीतीश कुमार उन पर गुस्सा हो गए।

पहले सदन के नियमों की जानकरी लें फिर बोलें

नीतीश कुमार ने उनसे कहा कि पहले सदन के नियमों की जानकरी लें फिर बोलें। उन्होंने कहा कि जब मैं खड़ा हूं तो बैठो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरक प्रश्न का जवाब मंत्री का हो जाना चाहिए फिर सवाल करना चाहिए। इसी बीच सुबोध राय फिर से खड़े हो गए और सवाल करने लगे। तब आगबबूला नीतीश कुमार ने उनसे कहा कि चुपचाप अपने सीट पर बैठो और पहले नियम कानून जान लो कि कब बोलना है कब नहीं।

नीतीश कुमार ने सभापति से भी आग्रह किया कि सभी सदस्यों को नियम की जानकारी देनी चाहिए। उनको बताना चाहिए कि कोई भी सदस्य दो पूरक सवाल पूछ सकता है, उसके बाद ही कोई दूसरा सवाल करता है।

वहीं सदन से बाहर निकलने के बाद सुबोध राय ने कहा कि नीतीश कुमार कोई बाघ नहीं हैं जो खा जाएंगे। उन्होंने कहा कि सदन के सदस्यों के साथ तू-तड़ाक की भाषा का उपयोग करना कहां की मर्यादा है , यह किस नियमावली का हिस्सा है?

राय ने कहा कि सत्य से अवगत कराने पर मुख्यमंत्री को गुस्सा आता है। उनके मंत्री निकम्मे हो गए हैं। मुख्यमंत्री का उम्र हो गया है, उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए। वरना राजद उनसे सवाल करती रहेगी , चाहे वह कितना भी गुस्सा कर लें।