राजद के पोस्टर से गायब हुए तेजप्रताप
अलग बात है कि लालू प्रसाद यादव के प्रथम पुत्र व पूर्व तेजप्रताप प्रसाद यादव को राजद ने एक साजिश के तहत पोस्टर से गायब कर दिया है, पर राजनीति में वे फैक्टर हैं। बड़ा फैक्टर। अपने अर्जुन तेजस्वी से भी बड़ा। अभी हाल ही में अचानक जब वे मथुरा अद्र्वरात्रि में पहुंचे तो वहां उनके समर्थक साधुओं की भीड़ एकत्र हो गई। कल रात की ही बात है।
उनके साथ बड़ी संख्या में बिहार से उनके समर्थक भी गये। रात में जाने की वजह से वे पूजा-अर्चना तो नहीं कर सके, पर मुख्य पुजारी से मिल कर आशीर्वाद जरूर लिया। सूत्रों ने बताया कि सुबह उठते वे कृष्ण और भगवान शिव की आराधना की और पूजा कर विश्राम किया।
उनके करीब से जानने वाले बताते हैं कि जब कभी कोई बड़ा राजनीतिक फैसला उन्हें लेना पड़ता है तो वे मथुरा का रूख करते हैं। अभी बिहार में राजद ने उन्हें पोस्टर से गायब कर दिया है। इसका उन्हें मलाल है। पर, वे इसका सार्वजनिक नहीं कर रहे।
सूत्रों ने बताया कि मथुरा से लौटने के बाद वे बिहार की राजनीति पर गहरा चिंतन-मनन कर कोई बड़ा फैसला करने वाले हैं। संभव है अपने अर्जुन से वे सलाह-मशविरा के बाद कोई फैसला करें। पर, पार्टी सूत्रों ने बताया कि तेजप्रताप और तेजस्वी में रिश्ते इतने खराब हो चुके हैं कि आगामी कार्यक्रम संयुक्त रूप् से बनाने में मुश्किलें आ सकतीं हैं।
वैसे, मथुरा से लौटने के बाद तेजप्रताप लालू प्रसाद से मिलने रांची जाएंगे। वहां से निर्देश मिलने के बाद वै बिहार आकर पार्टी में जान फूंकने की तैयारी में जुटेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार वे राबड़र आवास में जाना नहीं चाहते क्योंकि वहां उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय रहतीं हैं। लाख बुलाने पर भी उन्होंने राबड़ी देवी की बात को अनसुनी करते हुए वे मिलने नहीं गये थे।