तेजस्वी नहीं हैं रघुवंश के सीएम फेस! नीतीश के लिए झगड़ा भी मंजूर
पटना : विपक्ष के सीएम फेस को लेकर राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश बाबू खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने इसके लिए तेजस्वी की जगह महागठबंधन में आने पर नीतीश कुमार को तरजीह देने का संकेत भी दे दिया। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से नाराज चल रहे रघुवंश बाबू ने आज मीडिया के सामने खुलेआम कहा कि अगर नीतीश कुमार भाजपा का साथ छोड़कर वापस आ जाएं तो मैं अपने पार्टी से झगड़ा करने को भी तैयार हूं।
आज मंगलवार को रघुवंश सिंह ने बकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर एकबार फिर प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद पर हमला बोला। उन्होंने साफ कहा कि पार्टी मे मिलिट्री शासन नहीं चलेगा। रघुवंश सिंह ने कहा कि लालू यादव पार्टी के सर्वेसर्वा हैं। उनका ही हुक्म पार्टी के लोग मानेंगे। किसी और की तानाशाही नहीं चलेगी। राघुवंश ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर एक बार फिर सुस्ती बरतने का आरोप भी लगाया।
विदित हो कि जबसे जगदानंद सिंह को बिहार प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है रघुवंश सिंह उन्हें निशाने पर लिये हुए हैं। उन्होंने इस संबंध में लालू यादव को भी एक पत्र लिख जगदानंद की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये थे। इधर राजद की अंदरूनी कलह पर तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी में विरोधी विचारों का होना शुभ संकेत है। इससे पार्टी को फायदा ही होगा।
दरअसल, रघुवंश सिंह विधानसभा चुनाव में राजद की एकला चलो की नीति का विरोध कर रहे हैं। राजद का मौजूदा नेतृत्व महागठबंधन के घटकों को लोकसभा चुनाव की तरह ज्यादा तरजीह नहीं देना चाहता। सीएम फेस के तौर पर भी तेजस्वी यादव को आगे कर राजद ने यह साफ कर दिया कि बिहार में विपक्ष का मतलब राजद ही है। इसका महागठबंधन के घटकों ने एकस्वर से विरोध किया। रघुवंश सिंह ने इसी के बहाने जगदानंद को निशाने पर ले लिया। रघुवंश सिंह भाजपा विरोध के नाम पर नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस लाना चाहते हैं। इसके लिए राजद को सीएम फेस से समझौता करना पड़ेगा। यहीं, रघुवंश सिंह और जगदानंद के बीच झगड़े की मुख्य वजह भी है।