पटना : लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप का खौफ राजद के अधिकतर नेताओं पर किस कदर हावी है, इसकी बानगी आज उस वक्त देखने को मिली जब पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोझ झा ने उन्हें बागी मानने से साफ इनकार कर दिया। मनोज झा ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने पार्टी का अनुशासन नहीं तोड़ा है। उन्होंने जो भी काम किया है, वह पार्टी दायरे में ही रह कर किया है।
मनोज झा का यह बयान पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की तरह है, जो इस मामले में या तो खामोशी बरत रहे हैं, या फिर उनकी कारगुजारियों को पार्टी के खिलाफ मानने से ही इन्कार कर रहे हैं।
विदित हो कि तेजप्रताप यादव आजकल जहानाबाद और शिवहर लोकसभा क्षेत्र से राजद कैंडिडेट से इतर अपने उम्मीदवार के पक्ष में लगातार मुहिम चला रहे हैं। शिवहर से तो उनके उम्मीदवार का नामांकन रद हो गया है, लेकिन जहानाबाद में वे अपने उम्मीदवार चंद्रप्रकाश को जिताने की अपील चुनावी सभाओं में लगातार कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वे जहानाबाद से राजद उम्मीदवार सुरेंद्र यादव को तस्कर तक करार देते हुए लोगों को उन्हें वोट नहीं देने की गुहार लगा रहे हैं। उधर खुद को असली लालू यादव का असली उत्तराधिकारी बताते हुए वे तेजस्वी पर भी खुलेआम तंज कसने से भी नहीं चूक रहे। सारण लोकसभा क्षेत्र से वह अपने ससुर व राजद प्रत्याशी चंद्रिका राय के खिलाफ भी बयानबाजी कर चुके हैं। इसके बावजूद राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज जा को इसमें कोई गड़बड़ी नजर नहीं आ रही। यह साफ संकेत है कि लालू की अनुपस्थिति में तेजप्रताप का खौफ राजद के सभी नेताओं पर हावी हो रहा है।
राजद में एक धड़े को तेज प्रताप यादव का पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति व्यवहार के साथ -साथ मनोज झा की तेजी से उन्नति रास नहीं आ रहा है। ऐसे नेताओं का कहना है कि मनोज झा हवा का रुख देखकर बात करने में माहिर है। उन्हें पता है कि यदि वह तेज प्रताप के खिलाफ कुछ भी कहेंगे तो सीधे उनके निशाने पर आ जाएंगे। इसलिए उन्हें तेज प्रताप के बागियाना रुख में कोई बुराई नजर नहीं आ रही है जबकि उनका लालू राबड़ी मोर्चा सीधे तौर पर राजद के साथ-साथ महागठबंधन को भी डैमेज कर कर रहा है।