राजद सुप्रीमों के लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने बीते दिन शाम में सोशल मीडिया के माध्यम से यह ऐलान किया कि छात्र राजद बिहार प्रदेश कमेटी तत्काल प्रभाव से भंग की जाती है। नए वर्ष 2020 में छात्र राजद की नयी कमेटी का विस्तार किया जाएगा एवं कर्मठ लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी जिनके नेतृत्व में छात्र, बेरोजगार, किसानों के हक के लिए राष्ट्रव्यापी LP आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
दरअसल यह जानना आवश्यक है कि तेजप्रताप ने अचानक बिना किसी बैठक, बगैर प्रेस वार्ता किये अचानक छात्र राजद के प्रभाव को तत्काल क्यों भांग कर दिया। जबकि कुछ दिनों पहले पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में छात्र राजद का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा। इसके लिए तेजप्रताप यादव ने राजद के राष्ट्रीय अधिवेशन में इसकी चर्चा भी किये और कहा कि जिस तरह से पटना विश्वविद्यालय में छात्र राजद ने भगवा और जदयू को धूल चटाने का काम किया तथा आगे भी प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी चुनाव जीतने का काम करेंगे।
लेकिन, तेजप्रताप ने अचानक छात्र राजद बिहार प्रदेश कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग इसलिए कर दिया , क्योंकि छात्र राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव की फिर से राजद में घर वापसी हो गई है। बीते 28 दिसंबर को तेजप्रताप यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सुबह का भुला अगर शाम होते वापस लौट आए तो उसे भुला नहीं कह सकते। तेजप्रताप ने अपने अन्य ट्वीट में कहा कि छात्र राजद को जो आसमान की बुलंदियों तक पंहुचा दे हमें वैसे आकाश की ज़रूरत है।
इससे यह साफ़ जाहिर होता है कि तेजप्रताप यादव छात्र राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को फिर से छात्र राजद की जिम्मेदारी सौप सकते हैं। और तेजप्रताप ने छात्र राजद बिहार प्रदेश कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग करने का मुख्य कारण LP आंदोलन नहीं आकाश यादव को छात्र राजद की जिम्मेदारी।