पटना : जदयू ने तेजस्वी के हाईटेक रथ पर आज शनिवार को ताजा खुलासा किया और कहा कि राज्य सरकार इसकी जांच कराएगी। यदि जांच में साबित हुआ कि हाईटेक बस की खरीद में फर्जवाड़ा हुआ है तो तेजस्वी यादव के साथ—साथ इससे जुड़े तमाम लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जदयू के मंत्री नीरज कुमार और महेश्वर हजारी ने इस संबंध में मीडिया के सामने दस्तावेजी सबूत भी रखे। इसके अनुसार बस का मालिक मंगल पाल न सिर्फ बीपीएल सूची में शामिल है, बल्कि उसने राबड़ी के सीएम रहते इंदिरा आवास योजना का लाभ भी लिया। साथ ही वह खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 6 किलो गेहूं और 9 किलो चावल का भी लाभ पीडीएस के जरिये उठाता रहा।
बस मालिक BPL, इंदिरा आवास का लाभार्थी कैसे?
जदयू ने सवाल उठाया कि बस मालिक मंगल पाल ने जो जीएसटी नम्बर दिया, उस पर पता आरजेडी नेता अनिरुद्ध यादव का कैसे है? साथ ही जो व्यक्ति बीपीएल सूची में दर्ज हो और जिसने पीडीएस के जरिए राशन का उठाव किया हो तथा जिसने इंदिरा आवास के तहत लाभ लिया हो, वह लाखों के बस का मालिक कैसे बन गया? इन सारे सवालों का जवाब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को देना होगा।
आर्थिक अपराध में तेजस्वी पर मुकदमा संभव
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्पष्ट है कि बस की खरीद में फर्जीवाड़ा हुआ है। ऐसे में अगर उस बस में तेजस्वी यादव सफर करते हैं तो उन पर मुकदमा भी हो सकता है। नीरज कुमार ने कहा कि उस बस से सफर करने पर तेजस्वी यादव पर धारा 420, 467 और 468 के तहत कोई भी बिहार का व्यक्ति मुकदमा कर सकता है। तेजस्वी यादव से जवाब मांगते हुए नीरज कुमार ने पूछा कि तेजस्वी बताएं कि बस की खरीद में किसके पैसे लगे हैं? नीरज कुमार ने तेजस्वी को चुनौती दी कि अगर उनके द्वारा पेश सबूत गलत हैं तो मुझ पर मानहानि का दावा करें। और अगर दस्तावेज सही हैं तो बताएं कि आर्थिक अपराध का मुख्य आरोपी कौन है?
राजद ने 168 अब तक नहीं दिया कोई जवाब
जदयू नेता ने कहा है कि तेजस्वी जिस हाईटेक बस पर सवार होकर बेरोजगारी हटाने के लिए निकलन वाले हैं उसके बारे में खुलासे के बाद राजद की ओर से कहा गया था कि उसके नेता इसका जवाब देंगे। मामले का खुलासा हुए 168 घंटा हो गया है। लेकिन अबतक इस मामले पर राजद की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। साफ है कि एक निरक्षर व्यक्ति को भरमाकर बस खरीदवाया गया है। जदयू के मंत्री ने सीधे कहा कि तेजस्वी जी आप पर 420 का मुकदमा दर्ज हो सकता है। आपको बताना पड़ेगा कि बस में किसका पैसा लगा है, आपने जालसाजी कर बस खरीदा है।