पटना: राजद ने आज यह साफ कर दिया कि पार्टी अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही मैदान में उतरेगी। इसके साथ ही तेजप्रताप और रघुवंश बाबू सरीखे वरिष्ठ नेताओं को लेकर लगाई जा रही तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए राजद ने आज अपने मुख्यमंत्री कैंडिडेट के तौर पर भी तेजस्वी यादव के नाम की घोषणा कर दी।
राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज राजधानी के एक होटल में हुई जिसकी अध्यक्षता पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने की। बैठक के बाद मीडिया को सम्बोधित करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचन्द्र पूर्वे ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजद 9 अगस्त से सदस्यता अभियान चलाएगा। इस बार राजद बूथ अध्यक्ष भी बनाएगा। यह कार्यक्रम 15 अप्रैल 2020 तक चलेगा और इसी दिन राष्ट्रीय परिषद् की बैठक में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में राजद का खुला अधिवेशन होगा।
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पूर्वे ने कहा कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद से जिस तरह से साम्प्रदायिकता, मॉब लिंचिंग के नाम पर दलितों और गरीब अल्पसंख्यकों की हत्या हो रही है, वह कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है। चमकी बुखार को लेकर प्रवक्ता आलोक मेहता ने कहा का प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रभावित परिवारों से मिलने राजद की टीम गई तब प्रदेश सरकार की नींद खुली।
पूर्वे ने कहा कि आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी विधानसभा का चुनाव पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के मार्गदर्शन ,एवं राबड़ी देवी के निर्देशन तथा तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा। गाली सुनकर काम करनेवाले सवाल का जवाब देते हुए पूर्वे ने कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है। बाकायदा हमारे नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया है हमारे प्रदेश अध्यक्ष पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं।
पूरे कार्यक्रम में लालू -राबड़ी के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और पुत्री सांसद मीसा भारती का कहीं जिक्र नहीं किया गया। ऐसे में अब यह तो आनेवाला समय में ही पता चलेगा की तेजप्रताप और मीसा क्या करेंगे?
राहुल कुमार
Swatva Samachar
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