पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव लोकसभा चुनाव में हुई करारी हार से उबरने के लिए सिंगापुर चले गये हैं। अभी यह तय नहीं हो पा रहा कि वे कब आएंगे। इधर उनके बिहार के राजनीतिक सीन से आउट होने पर अपने चुटीले अंदाज के लिए चर्चित पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि वे चुनाव में की गयी मेहनत के बाद रिफ्रेश होने बाहर गये हैं। रिफ्रेशमेंट का अर्थ पूछने पर मांझी जोर से हंसते हुए कहते हैं कि-आप तो सब जानते ही हैं।
कहा-चुनावी थकान मिटाने के लिए रिफ्रेेश होने गये हैं
वैसे, क्रिकेट की दुनिया से हताश-निराश होने के बाद तेजस्वी राजनीति की पिच पर तो आए, पर कप्तानी में फेल हो गये। लालू प्रसाद की विरासत संभालने के बाद वे एक भी सीट पर 2019 में खाता नहीं खोल सके। इस संबंध में पूछने पर लालू प्रसाद के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वे अपने किसी क्रिकेटर मित्र के घर गये हैं। मांगलिक कार्य में।
यहां दिलचस्प बात यह है कि जिस जीतनराम मांझी ने हंसते हुए आज तेजस्वी के विदेश प्रवास पर चुटकी ली, वही मांझी इलेक्शन के दौरान तेजस्वी के साथ एक ही चाॅपर में सबसे अधिक चुनाव कैम्पेन में जाते थे। मांझी ने उन्हें तो कह दिया कि वे चुनाव की हार की थकान मिटाने गये हैं, पर उनकी थकान अब हंसी-ठिठोली और विधानसभा चुनाव के लिए नये समीकरणों की तलाश में कट—मिट रही है।
वैसे, तेजस्वी लोकसभा चुनाव के बाद से ही बिहार से बाहर हैं। लालू प्रसाद के 72वें जन्मदिवस पर भी वे नहीं थे। कभी धूमधाम से लालू का बर्थ-डे सेलिब्रेट करने वाले तेजप्रताप और मीसा भारती भी इस मौके पर पटना में नहीं थे।