तेजस्वी पहले परीक्षा से डरते थे अब चुनाव से: अरविन्द कुमार सिंह
पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में विपक्षी दल के एक युवा नेता पढ़ाई के समय परीक्षा से डरते रहे और अब राजनीतिक में आने के बाद चुनाव से डरते हैं। कारण यह कि उन्होंने न कभी ठीक से पढ़ाई की और न ही राजनीति।
भाजपा नेता ने कहा कि राजनीति में आने के बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जनप्रतिनिधि के रूप में कभी अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। नतीजे सामने हैं, न पढ़ाई में आगे बढ़ पाये और अब सियासत में भी सिफ़र की ओर हैं। समय के साथ-साथ हर चीज बदलते हैं। चुनाव प्रणाली भी और चुनाव प्रचार के तरीके भी।
अरविंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी खुद लाइमलाइट में रहते हैं, लेकिन अपने चाहने वालों को हमेशा लालटेन युग में रखा। लालटेन युग में रहने वाले वर्चुअल रैली में शामिल कैसे हो सकते हैं। आपकी पार्टी और आपकी पार्टी की सरकार ने हमेशा लोगों को विकास की रोशनी से दूर रखा।
अब लोग इस बात को समझ गये हैं और लालटेन से तौबा कर चुके हैं। उन्हें लालटेन नहीं, एलईडी की रोशनी चाहिए। और आप किस फेक चुनाव की बात करते हैं, जब बैलेट बॉक्स बदल दिए जाते थे और उससे तथाकथित जिन्न निकलता था । ये सब भूल चाहिए, वह फेक जमाना अब नहीं लौटनेवाला।
मालूम हो कि तेजस्वी समेत महागठबंधन के सभी नेता यह कह रहे हैं कि कोरोना संकट के दौरान अक्टूबर-नवंबर में संभावित चुनाव को आगे बढ़ देना चाहिए। हालांकि महागठबंधन के नेताओं के साथ-साथ अब एनडीए के घटक दल लोजपा सुप्रीमों चिराग पासवान भी चुनाव समय पर कराने के पक्ष में नहीं हैं।