प्रवासी नेता हैं तेजस्वी, पहले बिहार में रहें फिर करें मुद्दों की बात
पटना : बिहार टीईटी 2017,सीटीईटी पास अभ्यर्थियों द्वारा नियुक्ति को लेकर पिछ्ले 5 दिनों से राजधानी पटना में प्रदर्शन किया जा रहा है। इनके द्वारा पटना के गर्दनीबाग में धरना देना शुरू किया गया था। लेकीन मंगलवार की शाम पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया और इन पर लाठीचार्ज भी किया गया। जिसके बाद अभ्यर्थियों ने अपनी फरियाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सुनाया। इसके बाद तेजस्वी यादव ने ईको पार्क पहुंच अभ्यर्थियों को संबोधित किया।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कल नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश सरकार तानाशाही रबेया अपना रही है। उन्होनें कहा था कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार मिला है लेकिन नीतीश सरकार लाठी-गोली चलवा रही है। दरसअल उनके साथ ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकी उन्होंने राजद के लिए वोट मांगा था।
तेजस्वी यादव ड्रामा कर रहे हैं
वहीं इनके इस बयान पर पलटवार करते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि इससे अधिक हास्यास्पद क्या होगा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले लालू परिवार के मौजूदा वारिस शिक्षा- शिक्षकों की बेहतरी का सवाल उठा रहे हैं। दरअसल तेजस्वी यादव ड्रामा कर रहे हैं।
वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव टीईटी अभ्यर्थियों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में आज हर युवा को रोजगार के लिए कहीं जाना नहीं पड़ रहा है वर्तमान में गांव और शहर में फर्क करना मुश्किल हो गया है क्योंकी अब हर पहलू पर काम हो रहा है।
साथ ही जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि तेजस्वी यादव प्रवासी नेता है जब बिहार की जनता को जरूरत रहती है तो तेजस्वी यादव गायब रहते हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को जब कोई मुद्दा हाथ लगता है तो राजनीति करने आ जाते हैं। पहले उनको बिहार में रहना चाहिए फिर मुद्दों की बात करनी चाइए।
टीईटी अभ्यर्थियों पर तेजस्वी यादव के बयान को कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने
कहा है कि बिहार की जनता को अब सिर्फ तेजस्वी यादव पर ही भरोसा है। सरकार कोर्ट के आदेश को भी अब नहीं मानती है।