तेज की साधु और सुभाष से निकटता का क्या है सच? परिवार में पड़ गई फूट?
पटना : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू के बड़े पुत्र तेज प्रताप राज्य सरकार से नया बंगला चाह रहे हैं। तेज प्रताप इस समय देशरत्न मार्ग के तीन नम्बर बंगला में रह रहे हैं। यह उनके नाम से मंत्री रहने के समय आवंटित था। लेकिन अब दारोगा राय पथ में दो फ्लैट उनके नाम से आवंटित किया गया है। परंतु यह उन्हें पसंद नहीं, अत: उनकी ओर से नए बंगले की मांग की जा रही है। उनके आप्त सचिव ने इसके लिए भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी को पत्र भी लिखा है। दिलचस्प यह है कि तेजप्रताप की पैरवी उनके एक मामा कर रहे हैं, जिनके आवास परिसर में प्रवेश पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पाबंदी लगा रखी है। अब खबरनवीसों ने इससे एक नया एंगल निकाल लिया। क्या तेजप्रताप पटना आकर पत्नी से तलाक के मामले को लेकर अपने परिवार से भी दूर, अलग रहने की तैयारी में लग गए हैं? आइए जानते हैं सच्चाई।
अंदरखाने से यह खबर उड़ी है कि तेजप्रताप ऐश्वर्या से तलाक के मुद्दे पर अडिग हैं। राबड़ी और तेजस्वी द्वारा मान—मनौव्वल का उनपर कोई असर नहीं हुआ है। यहां तक कि लालू की बिगड़ती सेहत से भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। ऐसे में उन्हें नैतिक सपोर्ट अपने मामा से मिलने की खबर मिली है। यह भी संयोग है कि तेज के ये मामा वर्षों बाद उनकी शादी के मौके पर ही लालू-राबड़ी के आवास में घुस पाए थे। उसके बाद फिर उन्हें नहीं देखा गया। समझा जाता है कि भ्रमण से लौटने के बाद तेज अपने माता-पिता और भाई से थोड़ी दूरी बनाकर रहना चाहते हैं। यह दूरी मामा से नजदीकी बढ़ाने में भी कारगर हो सकती है।
इस बीच एक अन्य घटनाक्रम में भवन निर्माण विभाग ने आज पटना के डीएम को लालू के छोटे पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पांच नम्बर वाला सरकारी बंगला खाली कराने का आदेश दिया। इसके बाद अगर तेजस्वी बंगला खाली नहीं करते हैं तो इसे जबरन खाली कराया जाएगा। तेजस्वी के बंगले को खाली कराने के सवाल पर सरकार का पक्ष मजबूत भी है। पटना हाईकोर्ट की एकल पीठ ने इसे खाली कराने का आदेश दिया था। तेजस्वी की ओर से बताया गया था कि वह इस आदेश को खंडपीठ में चुनौती देंगे। लेकिन, मियाद पूरी होने के बाद भी अपने पक्ष में अदालती आदेश नहीं ला पाए। इसी आधार पर सरकार ने बंगला खाली कराने का आदेश पटना जिला प्रशासन को दिया है।