New Delhi : भारत पर बहुत दिनों तक राज करने वाले ब्रिटेन के नयी सरकार में तीन भारतवंशियों को महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री बनाया गया हे। ब्रिटेन के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी कैबिनेट में प्रीति पटेल, ऋषि सुनक और आलोक शर्मा को मंत्री बनाया है। . ये तीनों बोरिस जॉनसन के प्रमुख सहयोगी होने के साथ ही. भारतीय मूल के हैं। प्रीति पटेल को ब्रिटेन के गुहमंत्री की जिम्ेदारी दी गयी है। वहीं आलोक शर्मा को अंतरराष्ट्रीय विकास राज्य मंत्री बनाया गया है। आलोक शर्मा का संबंध उत्तर प्रदेश के आगरा से है। आलोक शर्मा को ब्रेग्जिट के मुद्दे पर जॉनसन का साथ देने का इनाम मिला। उनका जन्म आगरा में 7 जनवरी 1967 को हुआ। उनके माता-पिता 70 के दशक में इंग्लैंड चले गए थे। उस समय आलोक महज पांच वर्ष के थे। इंग्लेंड में ही उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने वर्ष 1988 में सालफोर्ड यूनिवर्सिटी से अप्लाइड फिजिक्स में बीएससी की है। इसके बाद उन्होंने चार्टर्ड एकाउंटेंट की ट्रेनिंग ली। 2010 से पहले आलोक शर्मा चार्टर्ड एकाउंटेंट के बतौर काम कर रहे थे। 2010 में उन्होंने रीडिंग वेस्ट से चुनाव जीता और सांसद बने. 2016 में टेरेसा में ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। आलोक शर्मा कंजर्वेटिव पार्टी के लो-प्रोफाइल नेता रहे हैं। भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ट्रेजरी विभाग का मंत्री बनाया गया है। ऋषि सुनक इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं।
भारतीय मूल की प्रीति पटेल को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गृहमंत्री बनाया है. 47 वर्षीय प्रीति पटेल को वर्तमान समय में कंजरवेटिव पार्टी के अंदर सबसे चर्चित और जुझारू नेताओं में से गिना जाता है। प्रीति पटेल ब्रिटेन में उन लीडरों की श्रेणी में आती हैं जो भारत से मजबूत सम्बन्ध के पक्षधर रहे हैं. वे भारत समर्थक लीडर के रूप में मशहूर हैं। ब्रिटेन में उनको भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक के रूप में भी जाना जाता है। जब नरेंद्र मोदी नवंबर 2015 में लंदन आये थे तब उस समय के ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने उन्हें इस यात्रा का प्रभार सौंपा था। ब्रिटैन में भारतीय मूल और अन्य एशियाई मूल के लोगों के बीच उनकी पैठ बहुत अधिक है। प्रीति पटेल का ब्रिटेन का गृहमंत्री बनने के साथ ही ये अनुमान लगाए जाने लग गए हैं कि अब वहां पर रह रहे भारत के भगोड़ो की खैर नहीं है। बोरिस जॉनसन के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद तेज तर्रार प्रीति पटेल का वहां का गृहमंत्री बनना भारत के भगोड़े आर्थिक अपराधियों नीरव मोदी और विजय माल्या के लिए ठीक नहीं माना जा रहा है।