डिजिटल इंडिया में तकनीक हुई फेल, बुजुर्ग के खाते में आए 52 करोड़ रुपये
मुजफ्फरपुर : इन दिनों बिहार में लोगों के बैंक खातों में अचानक पैसे आने का सिलसिला जारी है, किसी के खाते में लाखों तो किसी के खाते में करोड़ों रूपये आ रहे हैं। कोई यह कहकर नहीं लौटा रहा है कि यह पैसा पीएम मोदी ने भेजे हैं तो कोई कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए बैंक पहुँच रहे हैं। इसी कड़ी में अब मुजफ्फरपुर में एक मामला सामने आया है। यहां बच्चों के खाते में नहीं बल्कि एक बुजुर्ग के खाते में 52 करोड़ रुपये की रकम आ गई है।
बुजुर्ग के खाते में 52 करोड़ रुपये की रकम
दरअसल, मुजफ्फरपुर में एक बुजुर्ग के खाते में 52 करोड़ रुपये की रकम आ गई। वहीं, जब इस बात की भनक सीएसपी संचालक को लगा तो वह एक पल को कुछ बोल पाने की स्थिति में ही नहीं रहा। हालांकि कुछ देर सीएसपी संचालक ने इस बात की जानकारी खाताधारक बुजुर्ग शख्स को भी दिया, जिसके बाद यह भी भी हैरान रह गए। इसके साथ ही इस बात की जानकारी गांववालों को होने के बाद एकाएक सीएसपी संचालक के यहां भारी भीड़ जुट गई और अफरा-तफरी की स्थिति हो गई।
मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र का मामला
जानकारी के अनुसार यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र का है। जहां राम बहादुर शाह अपना वृद्धा पेंशन की राशि की जांच कराने सीएसपी संचालक के पास पहुंचे थे। जिसके बाद सीएसपी संचालक ने बुजुर्ग के खाते की जांच की तो उसके खाते में 52 करोड़ रूपए आए हुए थे।
कटिहार जिले में दो छात्रों के खाते में 900 करोड़ रुपये
विदित हो कि हाल ही में कटिहार जिले में दो छात्रों के खाते में 900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि आई है। तो वहीं, खगड़िया में एक युवक के खाते में साढ़े पांच लाख रुपये आये थे। युवक रंजीत दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 लाख रूपये भेजनी का जो वायदा किया थी, उसकी पहली क़िस्त आई है। इसके बाद उसने रुपये खाते से निकाल लिए। बाद में पता चला कि बैंक की गलती से खाते में रुपये आए थे, जब बैंक ने रुपये वापस करने को कहा तो रंजीत दास ने पैसे वापस नहीं किये। इसके बाद युवक के ऊपरकानूनी कार्रवाई की गई और उसे जेल भेज दिया गया।