Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured Trending देश-विदेश पटना बिहार अपडेट

टीम मोदी में बिहार से नित्यानंद, आरसीपी नया चेहरा, इन्हें भी आया फोन!

नयी दिल्ली : प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटे एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी आज शाम 7 बजे दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ भाजपा और एनडीए में शामिल दलों के मंत्री भी शपथ लेंगे। फिलहाल मोदी कैबिनेट में एनडीए के सहयोगी दलों के कोटे से एक-एक मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और सभी आमंत्रित देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी नयी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। बिहार से भाजपा के नए चेहरे के रूप में प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की आज नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संभावित मंत्रियों को फोन आने लगे हैं। आइए जानते हैं मंत्रीपद की शपथ के लिए किन नेताओं को फोन आया है।

भाजपा के इन नेताओं को किया गया फोन

सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अर्जुनराम मेघवाल, जितेंद्र सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, रविशंकर प्रसाद, बाबुल सुप्रियो, सदानंद गौड़ा, मुख्तार अब्बास नकवी, जी किशन रेड्डी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, कृष्ण पाल गुर्जर, सुरेश अंगादि, किरण रिजिजू, साध्वी निरंजन ज्योति, प्रह्लाद जोशी, संतोष गंगवार, राव इंद्रजीत सिंह, मनसुख मंडाविया, रमेश पोखरियाल निशंक, पुरुषोत्तम रुपाला, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, संजय धोत्रे, सोम प्रकाश, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मुंडा, देबश्री चौधरी, कैलाश चौधरी, जनरल वीके सिंह, प्रकाश जावड़ेकर। भाजपा कोटे से इन सभी मंत्रियों को शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।

घटक दलों के कोटे से इन सांसदों को गया फोन

घटक दलों के कोटे से फिलहाल एक—एक सदस्यों को शपथ लेने के लिए बुलाया गया है। इसमें जदयू के आरसीपी सिंह को तो रिपब्लिकन पार्टी के रामदास अठावले और शिवसेना की ओर से अरविंद सावंत को शपथ के लिए फोन आया है। अकाली दल की ओर से हरसिमरत कौर को तो लोक जनशक्ति पार्टी से राम विलास पासवान का मंत्री बनना तय है। अपना दल कोटे से अनुप्रिया पटेल मंत्री बन सकती हैं। उन्हें भी शपथ के लिए फोन गया है। पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच कई राउंड की मैराथन बैठक और घटक दलों के नेताओं से चर्चा के बाद शपथ लेने वालों को फोन जाना शुरू हुआ है।