नयी दिल्ली : आतंक की फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तान पूरी तरह कंगाल हो चुका है। तालिबान को पोसने, उसे ट्रेनिंग देने वाले आतंकपरस्त पाकिस्तान का चेहरा इस कदर बेनकाब हुआ कि पूरी दुनिया ने उससे किनारा कर लिया। नौबत यहां तक पहुंच गई कि वहां की सरकार को प्रधानमंत्री इमरान खान के आधिकारिक आवास को भी किराए पर उठाकर पैसा जुटाने का फैसला करना पड़ा है। पहले कहा गया था कि इस घर को विश्वविद्यालय में बदला जाएगा। लेकिन अब पैसों की तंगी इस कदर बढ़ी कि उसे पीएम हाऊस को किराए पर देना पड़ गया।
पीएम का यह घर इस्लामाबाद में स्थित है और किराए के लिए बाजार में उतर चुका है। 2019 में प्रधानमंत्री इमरान ने अपने घर को विश्वविद्यालय में बदलने की घोषणा करते हुए निवास खाली कर दिया था। लेकिन आर्थिक तंगी ने इतना मजबूर कर दिया कि अब इस संपत्ति को किराए पर देने का फैसला किया गया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक संघीय कैबिनेट अब आवास में शैक्षणिक संस्थान के बजाय लोगों को सांस्कृतिक, फैशन, शैक्षिक और अन्य कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति देगा।
अनुमान है कि पाक पीएम आवास का सभागार, दो गेस्ट विंग्स और एक लॉन किराए पर देकर पैसा जुटाया जाएगा। इसके अलावा पाक पीएम के पूर्व कार्यस्थल पर उच्च स्तरीय राजनयिक कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। विदित हो कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद घोषणा की थी कि सरकार के पास जनकल्याणकारी योजनाओं पर खर्च करने के लिए पैसा नहीं है जबकि देश में कुछ लोग औपनिवेशिक आकाओं की तरह जी रहे हैं। तभी से वो सिर्फ बानी गाला आवास पर रह रहे हैं और सिर्फ पीएम ऑफिस का इस्तेमाल करते हैं। इमरान खान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 19 अरब डॉलर तक कम हुई है।