नवादा : नवादा जिले के सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से दिल्ली के निज़ामुद्दीन में आयोजित मरकज़ में शिरकत कर लौटा कोरोना का एक संदिग्ध मरीज फरार हो गया । बाद में उसको डीएम के सख्ती के बाद वापस लाया गया है। संदिग्ध मरीज जिले अकबरपुर प्रखंड का बताया जाता है।
इस संबंध में बताया जाता है कि कोरोना का संदिग्ध मरीज 11 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीग़ी मरकज में शिरकत कर वापस लौटा था। जिसकी सूचना प्रशासन को मिली थी और उसे सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। जाँच के लिए उसका सैंपल पटना भेजा है। लेकिन वह सदर अस्पताल से घर जाने का जिद करने लगा। परंतु किसी ने उसे घर जाने की इजाजत नहीं दी। ऐसी स्थिति में वहां के कुछ कर्मियों ने कोरोना के संदिग्ध को गलत तरीके से भगाने में मदद की।
मरीज की भागने की जानकारी डीएम को मिली। इसे गम्भीरता से लेते हुए डीएम ने इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। इधर सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह ने बताया कि कोरोना को लेकर नित्य नियमों में बदलाव हो रहा है। इसी कन्फ्यूजन में मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था,अब उसे वापस सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बिहार से 86 लोग हुए थे मरकज़ में शामिल
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थिति बंगलेवाली मस्ज़िद में तबलीग़ी मरकज़ का आयोजन 1 मार्च से 21 मार्च तक किया गया था। इस मरकज़ में बिहार से 86 लोगों के हिस्सा लाइन की सूचना है। अबतक 86 में से 37 बिहारियों की ट्रैकिंग की जा चुकी है और बाकि की ख़ोज जारी है। बाकियों की तलाश के लिए बिहार सरकार ने एटीएस को जिम्मा दे दिया है। सभी जिले के डीएम व एसपी को निर्देश दिया गया है कि निजामुद्दीन से लौटे सभी लोगों को जल्द से जल्द तलाशा जाए उनकी जाँच कराए । उन्हें क्वारंटाइन व आइसोलेशन करने का निर्देश दिया गया है।