तब्लीगी जमात से जुड़े 53 लोगों को ट्रेस किया गया : डीजीपी

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पटना : बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने तब्लीगी जमात के लोगों के बारे में जानकारी साझा किया। उन्होंने कहा कि बिहार में 86 लोगों की पूरी लिस्ट 53 लोगों को ट्रेस किया जा चुका है। साथ ही साथ उन्होंने कहा उसमें से सिर्फ एक ही व्यक्ति बिहार में है। जिसे क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके अलवा
बाकी के 52 लोग बिहार से बाहर हैं। डीजीपी ने कहा इसमें से ज्यादातर लोग दिल्ली में हैं और वो भी क्वारंटाइन हैं।

10 लोगों को किया गया ट्रेस

Shocking! Search party on lookout for Tablighi Jamaat attendees ...बिहार डीजीपी ने मीडिया से लिस्ट साझा करते हुए बतलाया कि लिस्ट में शामिल 9 लोगों का बिहार से कोई लेना देना नहीं है। वो बिहार आये ही नहीं हैं। साथ ही इस लिस्ट में से 10 लोगों का नंबर सही नहीं होने के कारण अब तक उनको ट्रेस नहीं किया जा चुका है। इसके अलग 2 आदमी का नंबर ही नहीं है और आधा दर्जन लोगों का नंबर ही गलत दिया हुआ है।

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35 विदेशियों को किया गया ट्रेस

The people of West Champaran also went to Tablighi Markaj located ...बिहार पुलिस महानिदेशक ने बताया कि बिहार आए 57 विदेशियों में से 35 लोगों को ट्रेस किया जा चुका है। उसमें से 10 लोग ही बिहार में है इन में से 9 लोगों को अररिया और एक व्यक्ति को समस्तीपुर में क्वारंटाइन में रखा गया है। इस लिस्ट में 22 ऐसे लोग हैं जिनके बारे में पूरी जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि हो सकता है वे लोग बिहार आये ही नहीं या फिर बिहार आकर चले गए हैं। ऐसे लोग ट्रेस नहीं हो पाए हैं परतुं उनकी तलाश की जा रही है।

कालाबाज़ारी रोकने के लिए बनाए गए सेल

Bihar Police Recruitment 2019: 2,446 vacancies for SI, Sergeant ...डीजीपी ने बताया कुछ लोग नेपाल से भी आये थे जिनको क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके अलावा एक और लिस्ट बिहार सरकार को सौंपी गई है। जिसमें वैसे लोग शामिल हैं। जो मरकज के आसपास रहे हैं या जो मरकज में भाग लिए हैं. बिहार में 394 लोगों की लिस्ट दी गई है। जिसमें बिहार के सिर्फ 345 लोग ही शामिल हैं। इसके अलावा डीजीपी ने बताया कि कालाबाज़ारी रोकने के लिए भी सेल बनाए गए है। जिसके माध्यम से कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। डीजीपी ने आजकल सोशल मीडिया पर चल रहे अफवाह पर भी अपनी बात रखी उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर भी हमारी कड़ी निगरानी है। इसके माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाना अपराध है। इस लिए लोग दहशतगर्दों से बचें और अपनी जिम्मेदारी समझें।

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