स्वार्थ की बुनियाद पर बने बुआ—बबुआ गठबंधन की खुली पोल : सुशील मोदी
पटना : बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने मौकापरस्त विपक्षी गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। श्री मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद बुआ मायावती ने बबुआ अखिलेश की पार्टी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर साबित कर दिया कि उनका रिश्ता किसी विचारधारा पर नहीं, बल्कि भाजपा-विरोध की कोरी नकारात्मकता पर टिका था।
श्री मोदी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि परिवारवादी दलों के ऐसे अवसरवादी गठबंधनों को नकार कर जनता ने जिस बुद्धिमत्ता का परिचय दिया, उसे शत्-शत् नमन।
एक अन्य ट्वीट में श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार शपथ ग्रहण करने के मात्र 24 घंटे के भीतर छोटे किसानों और छोटे व्यापारियों को पेंशन देने का फैसला किया। केंद्रीय कैबिनेट की इस पहली ही बैठक में सभी 14.5 करोड़ किसानों को सम्मान निधि योजना में शामिल कर सालाना 6 हजार रुपये देने का चुनावी वादा भी प्रधानमंत्री ने पूरा किया। यही नहीं, केवल 55 रुपये की मामूली प्रीमियम पर 3000 रुपये मासिक पेंशन देने की योजना से 10 करोड़ से ज्यादा किसानों-व्यापारियों को लाभ मिलेगा।
श्री मोदी ने लिखा कि तेजी से फैसले लेकर एनडीए सरकार ने अपनी दूसरी पारी की भी शानदार शुरूआत की है। यह दिखाता है कि जहां विपक्षी अपने—अपने स्वार्थ को लेकर गठबंधन किया लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। वहीं भाजपा एक विरार और विचारधारा पर आधारिज पार्टी है जो लोकहित को देखते हुए ही राजनीति करती है।