सुशासन पर कालिख पोत गया मोकामा शेल्टर होम कांड?

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पटना : इसे सुशासन पर कालिख नहीं तो और क्या कहें। एक तो मुजफ्फरपुर महापाप, उसपर पीड़ित लड़कियों का इस तरह कानून की नाक के नीचे से एक—एक कर गायब होना। क्या यह सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग में सीबीआई जांच से गुजर रहे बिहार के बहुचर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड को रफा—दफा करने की अपर लेवल की साजिश तो नहीं? ऐसे तमाम सवाल आज बिहारवासियों के मन में तब अचानक उठ खड़े हुए, जब आज खबर आयी कि मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड की पांच पीड़िताओं समेत कुल सात लड़कियां मोकामा नजारथ अस्पताल स्थित शेल्टर होम से फरार हो गईं।

प्रशासनिक हलके में मची खलबली

इस घटना ने बिहार के शेल्टर होम की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। सुबह जैसे हीं इन लड़कियों के फरार होने की सूचना मिली प्रशासनिक हलके में खलबली मच गई। आनन फानन में बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह मोकामा नाजरथ अस्पताल स्थित शेल्टर होम पहुंची। जांच में पता चला कि सात फरार होनेवाली लड़कियों में पांच मुज़फ़्फ़रपुर की वे रेप पीड़िताएं हैं जिनका बयान कोर्ट में दर्ज कराया गया था।

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गहरी साजिश की आ रही बू

मुजफ्फरपुर कांड की पीड़ित कुल 14 लड़कियों को मोकामा शेल्टर होम ट्रांसफर किया गया था जबकि 10 को मधुबनी और बाकी बची अन्य पीड़िताओं को पटना शेल्टर होम भेज दिया गया था। मामले का चौंकाने वाला पहलु यह है कि जब से यह कांड उजागर हुआ, तबसे विभिन्न शेल्टर होम में शिफ्ट की गईं ये पीड़िताएं लगातार गायब हो रही हैं। पहले मधुबनी भेजी गई लड़कियों के गायब या भाग जाने का मामला सामने आया। फिर पटना में शेल्टर होम में संवासिनों की मौत सुर्खियां बनी। और अब मोकामा शेल्टर होम से मुजफ्फरपुर कांड से जुड़़ी लड़कियों के गायब होने का मामला सामने आया। मोकामा पहुंचे पटना डीएम कुमार रवि ने कहा कि एक गुमशुदगी का मामला मोकामा थाना में दर्ज कर फरार लड़कियों की तलाश की जा रही है।

रेप पीड़िताओं का गायब होना चिंतनीय

साफ है कि अफसर अपने रूटीन वक्तव्य और जांच की बात कह मामले में खानापूर्ति भर कर रहे हैं। एक बहुचर्चित मामले से जुड़ी और सरकारी संरक्षण में रखी रेप पीड़िताओं का इस तरह एक—एक कर गायब होना किसी गहरी साजिश की ओर ईशारा कर रहा है। इधर पटना एसएसपी गरिमा मालिक ने भी कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द हीं फरार संवासनिओं को बरामद कर लिया जायेगा। एक विशेष पुलिस टीम बाढ़ एएसपी के नेतृत्व में गठित की गयी है। सीसीटीवी में उनके फरार होने की गतिविधि कैद हो गयी है। जल्द ही कुछ परिणाम सामने होगा। समाज कल्याण विभाग के सचिव राज कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद वे खुद मोकामा जा रहें हैं। मामले को विभाग ने काफी गंभीरता से लिया है। अगर सुरक्षा में कोई गड़बड़ी या किसी की मिलीभगत पाई गई तो समुचित कार्रवाई होगी।

मुजफ्फरपुर कांड में अबतक क्या हुआ

मालूम हो कि सीबीआई मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड की जांच कर रही है। आज ही दिल्ली के साकेत स्थित स्पेशल पोक्सो कोर्ट में सात अभियुक्तों को पेशी के लिए विशेष सुरक्षा में दिल्ली ले जाया गया है। और आज ही मोकामा से भी कांड से जुड़ी पांच लड़कियां गायब हो गईं। मुजफ्फरपुर कांड के बाद मेडिकल रिपोर्ट में 34 लड़कियों के रेप की पुष्टि हुई थी। इसके पूर्व 42 लड़कियों के बयान कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कराया गया था जिसमें अधिसंख्य लड़कियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। 31 मई को मुज़फ़्फ़रपुर के महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। 2 जून को कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में तब नया मोड़ आया जब तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के मंत्री कुमारी मंजू वर्मा के पति चंनद्रशेखर वर्मा की संलिप्तता सामने आयी और मंजू वर्मा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।

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