नवादा : एनडीए की ओर से उम्मीदवारों का ऐलान होते ही चर्चाएं भी शुरू हो चुकी हैं। लोकसभा चुनाव की घोेषणा होने से पहले ही बिहार की कई सीटें चर्चा में थी। तरह—तरह के कयास लगाये जा रहे थे। इसमें से एक सीट नवादा की भी थी। यह सीट भाजपा सांसद गिरिराज सिंह की थी, मगर इस बार उन्हें बेगूसराय का रास्ता दिखाया गया है।
वैसे सूरजभान की पत्नी भी पहले से ही नवादा से चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी। वे मुंगेर से ही लड़ने की तैयारी में थी। मगर वह सीट जेडीयू को चले जाने के कारण लोजपा को नवादा सीट दी गई। हालांकि सूरजभान सिंह से लोजपा नेतृत्व ने बात कर उन्हें मना लिया था। मगर वीणा देवी नवादा से चुनाव लड़ने को राजी नहीं हुईं।
हां, सूरजभान ने वहां से अपने भाई चंदन सिंह को मैदान में उतार कर अपनी चलती कायम रखने का मैसेज जरुर दे दिया है। चंदन सिंह की लड़ाई राजद उम्मीदवार विभा देवी से होगी। विभा देवी जेल में बंद राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं। लोगों की मानें तो नवादा में इन्हीं दोनों के बीच मुख्य मुकाबला होना तय माना जा रहा है।