सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना जांच को लेकर जारी किया नया आदेश
बिहार : कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। लोग इस वायरस से खुद को सुरक्षित रखने के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। भारत में 21 दिन का लॉक डाउन भी लागू है। इस लॉक डाउन के आज 20 दिन पूरे होनें को है। देश के प्रधानमंत्री कल एक बार फिर से इस लॉक डाउन को लेकर अहम बातें बताने को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सुबह 10 बजे आ रहे है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली से एक खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना टेस्ट को लेकर अपने पुराने आदेश में बड़ा बदलाव किया है।
गरीबों के लिए फ्री में होगी कोरोना जांच
कोर्ट ने अपने पुराने आदेश में बदलाव करते हुए अब इसे केवल गरीब तबकों तक सीमित कर दिया है। नए आदेश के मुताबिक गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले, EWS और आयुष्मान भारत के मरीजों की टेस्टिंग फ्री होगी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने साथ में यह भी कहा कि कोरोना वायरस की जांच सिर्फ वहीं लैब करें तो NABLसे या फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन या इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से मंजूरी प्राप्त हो। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले एक डॉक्टर ने अपील की थी कि कोर्ट अपने फैसले पर फिर से विचार करे। जिसके बाद कोर्ट ने अपने पुराने आदेश में बदलाव करते हुए यह नया आदेश जारी किया है।
बिहार के 4 जिलों में की जाएगी स्क्रीनिंग
बिहार में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। राज्य में अब तक 65 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके है। सूबे में अब तक कोरोना से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। राज्य में कोरोना के सबसे अधिक मामले सीवान से मिले है। वहीं इसके बाद बेगूसराय ,नवादा ,नालंदा है। हालांकि राज्य में अब तक 28 मरीजों ने इस वायरस को मात दे नए सिरे से जिंदगी की शुरआत किया है।इस बीच स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों के साथ कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्यमंत्री ने की बैठक भी किया। जिसके बाद यह बताया जा रहा है कि राज्य के चार जिलों में घर -घर जाकर स्क्रीनिंग कराने का लिया गया फैसला लिया गया है। इसमें सिवान ,बेगूसराय ,नवादा ,नालंदा शामिल है। इन जिलों में खासकर 60 साल से अधिक आयु के लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी ।