अचानक शोले निकलने लगे..चौपर हिचकोले खाने लगा…चश्मदीद का चौंकाने वाला खुलासा, ब्लैक बॉक्स भी मिला
नयी दिल्ली : जनरल विपिन रावत के साथ हुए हादसे में दुर्घटनाग्रस्त हुए चौपर का ब्लैक बॉक्स आज गुरुवार की सुबह सेना के खोजी दल को मिल गया। ब्लैक बॉक्स सभी विमानों और चौपर में लगा होता है। इसमें वॉयस रेकॉर्डर होता है, जिसमें उड़ान के दौरान पायलट की सारी बातें रेकॉर्ड होती हैं। पायलट लगातार कंट्रोल रूम के संपर्क में होता है। जो भी बातें होती हैं वह ब्लैक बॉक्स में दर्ज होती रहती हैं। इसबीच एक चश्मदीद ने जानकारी दी कि जिस चाय बागान में हेलीकाप्टर गिरा, वह वहीं काम कर रहा था। उसने देखा कि एक हेलीकाप्टर से हवा में आग की लपटें निकल रही हैं। देखते ही देखते वह नीचे आया और एक पेड़ से टकरा गया। यह जानकारी संकेत देती है कि चौपर में हवा में ही आग लग गई थी।
चश्मदीद के बयान से तकनीकी खामी का संकेत
चश्मदीद के बयान के बाद यह संकेत मिलता है कि चौपर मेेेेेेेेें कोई तकनीकी खामी उभर आई होगी, क्योंकि उसमें हवा में आग लग गई थी। उसने देख कि अचानक हेलीकाप्टर से लपटें निकलने लगी और वह हिचकोले खाने लगा। फिर नीचे गिर एक पेड़ से जा भिड़ा। इधर जनरल रावत के चौपर का ब्लैक बाक्स मिल जाने से अब यह पता चल जाएगा कि वे जिस हेलीकाप्ट में सवार थे, हादसे से पहले पायलट की क्या बात हुई, क्या उसने बताया, यह सब पता चल जाएगा। यानी, घटना की जांच में इससे बहुत मदद मिलेगी। ब्लैक बॉक्स घटनास्थल से कुछ मीटर की दूरी पर मिला है। अंदाजा है कि दुर्घटना के बाद यह ब्लैक बॉक्स छिटकर दूर जा गिरा होगा।
घटनास्थल से कुछ दूरी पर मिला ब्लैक बॉक्स
इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रक्षा अधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर दूर से बढ़ाकर एक किलोमीटर दूर तक किया था।