सूबे में बंद रही मेडिकल दुकानें, मरीजों के बीच हाहाकार
पटना/छपरा/नवादा : ई-फार्मेसी को बढ़ावा देने की सरकार की नीतियों के विरोध में बिहार भर के दवा व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इस कारण पूरे सूबे में मरीजों के बीच दवा के लिए हाहाकार मच गया। रोजाना व्यस्त रहने वाला पटना का गोविंद मित्रा रोड आज सूनसान दिखा। मरीज इधर—उधर दवा लेने की बेचैनी में भटकते रहे। हालांकि प्रशासन ने इक्का—दुक्का जगह एक—दो काउंटर खुलवा रखे थे। लेकिन वहां भी मरीजों की भीड़ दवा के लिए मारामारी करती दिखी।
मालूम हो कि दवा की आॅलाइन खरीद को चलन में लाते हुए केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2018 को ड्राफ्ट अधिसूचना जारी की थी। इसके विरोध में एवं राज्य औषधि नियन्त्रण प्रशासन द्वारा जारी अनुज्ञप्ति के आधार पर संचालित पुराने खुदरा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिक्षिचित करने सम्बन्धी जारी आदेश के विरोध में सूबे के दवा दुकानदारों ने हड़ताल रखी है।
छपरा से मिली जानकारी के अनुसार औषधि विक्रेता संघ के बैनर तले आज जिले की सभी दवा दुकानें बंद रही। दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर केंद्र सरकार की ई फॉर्मेशन नीति के विरोध में हड़ताल की। विक्रेता संघ के सचिव ज्ञानेश्वर प्रसाद जायसवाल ने बताया कि अखिल भारतीय केमिस्ट एवं ब्लॉक ईस्ट संघ के देशव्यापी हड़ताल के आह्वान पर सारण जिला में दवा दुकानें बंद रखी गयीं। उन्होंने बताया कि सरकार की इस नीति से देश के लगभग 8 लाख से ज्यादा दुकानें बंद हो जाएंगी। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार, राजन, ऋषिकेश चंद्र, सुमन वर्मा, संतोष कुमार, रंजीत कुमार, मनोज कुमार, सुरेंद्र कुमार, पिंटू कुमार, चुन्नू कुमार सहित दर्जनों दुकानदार मौजूद रहे
नवादा में भी ई-फार्मेसी को बढ़ावा देने के लिये केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध एवं राज्य औषधि नियन्त्रण प्रशासन द्वारा जारी अनुज्ञप्ति के आधार पर संचालित पुराने खुदरा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिक्षिचित करने सम्बन्धी जारी आदेश के विरोध में दवा दुकानों में ताले लटके रहे। रोगियों व उनके अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पङा। मौके पर दवा दुकानदारों ने प्रदर्शन कर मांगों से संबंधित ज्ञापन नवादा डीएम को सौंपा।
दवा बिक्रेता संघ के ब्रजेश राय ने बताया कि दुकानदारों ने पहले 21 से 27 सितम्बर तक काला बिल्ला लगाकर कार्य किया था। मांग पूरी नहीं होने पर दवा संघ के आह्वाहन पर शुक्रवार को देशव्यापी बन्द में जिले के सभी दुकानदारों ने अपनी दवा दुकानो को बंद रखा।
आज की देशव्यापी हड़ताल में देश के लगभग 8 लाख खुदरा दुकानदारों ने भाग लिया। जिसमें लगभग 40 लाख कर्मी प्रभावित हुए। मौके पर दवा विक्रेता संघ के विजयभान सिंह, शंकर कुमार आर्य, बिरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, संजय प्रसाद, मनीष कुमार अग्रवाल, सुरेन्द्र प्रसाद वर्णवाल, अजीत कुमार वर्णवाल, मदन मोहन प्रसाद गुप्ता समेत कई लोग मौजूद थे।