सृजन घोटाले की मास्टरमाइंड मनोरमा देवी के पीए को CBI ने दबोचा
पटना/भागलपुर : नीतीश कुमार के एनडीए में रहने के दौरान हुए बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले की जांच कर रही सीबीआई को आज गुरुवार की सुबह बड़ी कामयाबी मिली। केंद्रीय जांच एजेंसी ने भागलपुर के सबौर में घोटाले के मुख्य आरोपी और संस्था के संस्थापक सचिव मनोरमा देवी के पीए उमेश सिंह को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम उसे पटना ले गई जहां उससे पूछताछ की जाएगी।
संस्था का मुख्य लेखपाल भी था उमेश
जानकारी के अनुसार उमेश सिंह को पटना से आई सीबीआई टीम ने सबौर के शांतिनगर में उसके घर पर आज तड़के छापा मारा और उसे दबोच लिया। उमेश के बारे में कहा जाता है कि इस घोटाले के अन्य आरोपियों के बीच वह सूत्रधार के तौर पर काम करता था। सरकारी राशि को अलग—अलग बैंक अकाउंट से निकालने में उसकी बड़ी और संदिग्ध भूमिका रही है।
सीबीआई को जांच में अहम कामयाबी
सृजन घोटाले की मास्टरमाइंड के तौर पर अभी तक की जांच के अनुसार मनोरमा देवी का नाम सामने आया है। उमेश सिंह सृजन महिला विकास समिति नामक संस्था की संस्थापक मनोरमा देवी का निजी सचिव और मुख्य लेखपाल था। इस घोटाले के जरिये मनोरमा देवी ने करोड़ो की सरकारी राशि का हेरफेर कर अपने संबंधियों और दूसरे लोगों को भी लाभ पहुंचाया था।