जैसे ही महामहिम मुर्मू ने संसद में ‘जय जोहार’ कहा, उछल पड़ीं स्मृति ईरानी
नयी दिल्ली : देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू के शपथ लेते ही भारत की लगभग 10 करोड़ जनसंख्या वाले आदिवासी समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे भी बड़ी बात यह कि जैसे ही शपथ लेने के बाद महामहिम मुर्मू ने संसद भवन में जय जोहार कहा, करोड़ों भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। लेकिन शपथ समारोह में बैठी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का रिएक्शन तो वाकई गजब का रहा।
श्रीमती मुर्मू शीर्ष पद पर पहुंचने वाली भारत की पहली आदिवासी और दूसरी महिला हैं जिन्होंने यह गौरव हासिल किया है। शपथ के बाद मुर्मू ने वहां मौजूद सभी अतिथियों और सांसदों का एक अलग ही अंदाज में अभिवादन किया। उन्होंने कहा….सभी को जोहार…। इसके बाद संसद भवन का समूचा सेंट्रल हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तो इतने जोश में आ गईं कि उनके चेहरे से साफ झलक रहा था कि उनकी खुशी और गर्व छिपाये नहीं छिपा। इसे तमाम कैमरों और मीडिया की फुटेज में साफ देखा जा सकता है।
द्रौपदी मुर्मू को देश के मुख्य न्यायाधी जस्टिस एनवी रमन ने शपथ दिलाई। श्रीमती मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले से आती हैं। देश की पहली आदिवासी समुदाय से आने वाली राष्ट्रपति होने के साथ ही श्रीमती मुर्मू देश की अब तक की सबसे कम उम्र की महामहिम बनी हैं। उनका जन्म आजाद भारत में हुआ और वे प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला महामहिम नियुक्त हुईं हैं।