पटना : पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद के पटेल नगर आवास पर विजिलेंस की छापेमारी में मिली एक डायरी राजनीतिक गलियारे और अफसरों के बागवां में आग लगा सकती है। हालांकि अभी तक डायरी के पन्नों के रहस्य को खोला नही्ं गया है।
माल वाली टेबल ही पसंद थी इंजीनिय सुरेश को
मिली जानकरी के अनुसार डायरी के कई पन्नों में निजी हिसाब-किताब तो इंजीनियर साहेब का है ही, वे हिसाब भी हैं कि किस राजनीतिक व्यक्ति अथवा पावरफुल व्यक्ति को कितनी राशि उन्होंने दी। किससे लिया और किसको दिया। जमीन के कागजात तो जब्त हुए ही हैं, सोना-चांदी का भी लेखा-जोखा उस डायरी में अंकित है।
बहरहाल, तात्कालिक स्तर पर डायरी ने भूचाल पैदा कर ही दिया है। चटखारे लेकर कुछ नेता एक दूसरे का नाम सांकेतिक भाषा में ले रहे हैं। विदित हो कि वर्षों से एक ही विभाग में पड़े इंजीनियर सुरेश वैसी ही फाईलों का जिम्मा लेते थे, जिनमें माल का आवक बढ़़िया हो।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि एक बार जब उनकी टेबल छीनी गयी तो वे बिदक गये और सबका राजफाश करने की धमकी दे दी। बहरहाल, अब वे किसका राजफाश करेंगे, उनकी डायरी राजों को फाश ही नहीं कई अफसरों को साफ भी कर सकती है।