सिवान : जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी गांव में आज शनिवार को चोरी की गई रामजानकी की मूर्ति दूसरे समुदाय के व्यक्ति के घर से बरामद होने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। मामले के आरोपी मोख्तार मियां, भगेलू मियां औऱ रिंकू मियां लकड़ी गांव के ही शेखमोहला निवासी हैं। सभी आरोपी क्षेत्र के दबंग लोग हैं और राजद कार्यकर्ता हैं। सभी पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के समर्थक बताये जाते हैं।
पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है। आरोपी मोख्तार मियां लकड़ी पंचायत के सरपंच भी हैं। एएसपी कंटेश मिश्रा के नेतृत्व में बड़हरिया पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बड़हरिया थाना क्षेत्र के ही ज्ञानि मोर के पास रामजानकी मंदिर से तीन माह पूर्व अस्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई थी ।जानकी जी की मूर्ति की एक आंख नहीं थी। लकड़ी गांव के गुलाम गौस निवासी स्व.बनारसी साह की पत्नी लाखिया देवी तरबूज बेचने शेख मुहल्ला में गई थी। वहां सरपंच के परिवार के बच्चे प्लास्टिक कवर सहित उक्त मूर्ति से खेल रहे थे। तरबूज वाली महिला ने बच्चों से कहा कि हमलोग जानकी जी की पूजा करते हैं। हमें दे दीजिए। बच्चों के साथ परिवार की महिलाएं भी थी। सभी ने तरबूज के बदले मूर्ति महिला को दे दिया। तरबूज वाली महिला मूर्ति लेकर घर आई और सभी को मूर्ति मिलने की सूचना दी। इस मूर्ति की भी एक आंख नही है। प्रतीत होता है कि उक्त मूर्ति ज्ञानि मोर मंदिर की ही है। इस बात की सूचना मंदिर के कर्मचारी को और पुलिस को दी जाती, तब तक सरपंच व अन्य लोग आये और तरबूज वाली से मारपीट करने लगे तथा मूर्ति लेकर चले गये। जाते समय यह भी धमकी दी कि मतदान सही जगह नहीं किया तो अंजाम बुरा होगा। यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई और तनाव बढ़ने लगा। पुलिस प्रशासन की त्वरित करवाई के कारण हालात सामान्य और नियंत्रण में है। पुलिस ने लाखिया देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
अवधेश शर्मा
Swatva Samachar
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