नीतीश की कुर्सी पर बैठ पारस ने कहा, हंसना और गाल फुलाना साथ नहीं चलेगा
हाजीपुर : महुआ के राजद विधायक मुकेश रौशन के चाचा के श्राद्ध कर्म में एक काफी दिलचस्प घटना हुई। इस श्राद्ध कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस भी पहुंचे थे। दोनों के वहां पहुंचने का समय थोड़ा आगे—पीछे था। नीतीश पहले आए और फिर थोड़ी देर बाद चले गए। इसके बाद वहां पशुपति पारस पहुंचे और उसी कुर्सी पर बैठ गए जिसपर थोड़ी देर पहले ही नीतीश बैठे थे। इसके बाद पशुपति पारस ने नीतीश की कुर्सी पर बैठ नीतीश के ऐसे मजे लिये कि लोग बाग सब हक्के-बक्के रह गए।
शराबबंदी कानून पर सवाल?
केंद्रीय मंत्री ने पशुपति पारस ने शराबबंदी कानून पर सवाल खड़ा करते हुए नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। मीडिया से बात करते हुए पारस ने कहा कि देखिए यह चुनावी बयार है। चुनावी मौसम है। राजनेता अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। यह देश और बिहार के लिए ठीक बात नहीं है। बिहार में शराब पीकर लोग मर रहे हैं। उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया। और अब 2016 से मरने वाले लोगों को मुआवजा देने का आदेश नीतीश कुमार ने दिया है। वह भी शर्त्तों के साथ। साफ है कि नीतीश जी का हंसना और गाल फुलाना एक साथ नहीं चलेगा। वे मुआवजे की बात तो करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ देना भी नहीं चाहते क्योंकि जो शर्त्तें हैं वह कोई नहीं मानने वाला।
पारस ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि बिहार के लोगों को बताना पड़ेगा कि आपकी मंशा क्या है। आप बिहार को कहां पहुंचाना चाहते हैं। शराबबंदी के साथ-साथ अपराध और लॉ एंड आर्डर पर भी केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।