सिपाही से उठक-बैठक कराने वाले अधिकारी पर हुई कार्रवाई, विभाग ने किया निलंबित
पटना: बिहार सरकार ने कोरोना लॉकडाउन तोड़ने वाले अररिया का यह कृषि पदाधिकारी पिछले दिनों तब सुर्खियों में आया था जब उसने लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात सिपाही से सरेआम उसे रोकने के लिए बीच सड़क पर उठक-बैठक लगवाई थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद काफी हंगामा मच गया था।
इसके बाद कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा था कि किसी भी कोरोना वॉरियर्स के खिलाफ इस तरह की घटना बर्दाश्त के लायक नहीं है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
कृषि मंत्री में जानकारी देते हुए बताया कि अररिया के तात्कालीन जिला कृषि पदाधिकारी की जाँच रिपोर्ट आ गई है। जिसके मद्देनजर उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। कोरोना योद्धाओं- सेनानियों का सम्मान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। सबका सम्मान हमारी नैतिक जिम्मेवारी भी है और हमारा धर्म भी है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हम विभाग के किसी भी पदाधिकारी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति आम जनता के मान- सम्मान के प्रति अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना का ख्याल नहीं करता है तो बख्शा नहीं जायगा। दुखद है कि कुछ लोग विभागीय कार्रवाई के विभिन्न पहलुओं को समझे बिना राजनीति करते हैं।
कृषि मंत्री प्रेम कुमार के कारण हुआ निलंबन
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के द्वारा एक पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी की वीडियो वायरल हुआ था। इसपर संज्ञान लेकर मंत्री तुरंत शो-कॉज नोटिस जारी करने के साथ जांच का आदेश दिया था। यही नहीं जाँच प्रभावित न हो संबंधित अधिकारी को वहां से हटा दिया गया था।