पटना : लम्बे समय तक बिहार में शासन से दूर राजद ने अब शुद्धिकरण का संकल्प लिया है। इसके साथ ही आरोपियों की पूर्णाहुति का संकल्प ले लिया गया है। इस कर्मकाण्ड में अबतक दो विधायकों को पार्टी से अंत कर दिया है। नवम्बर में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां अपने दलों के भीतर शुद्विकरण करने लगीं हैं तो कुछ आंतरिक सरंचना को दुरूस्त कर पैंतरेबाजी में जुट गयीं हैं।
सीमांचल से शुरू करेंगे तेजस्वी चुनावी यात्रा
अर्से तक राजद का झण्डा थामे नवादा विधायक राजवल्लभ यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। जगदानन्द सिंह ने प्रदेश की लगाम संभालने के बाद पहला शुद्विकरण के कर्मकान्ड को पूर्ण किया। लगे हाथ संदेश विधायक अरूण यादव को भी पार्टी से इसलिए निष्कासित किया कि उन पर नाबालिग के साथ रेप करने का आरोप है।
सीनियर लीडर हुए एक, सीएए विरोध से होगी शुरुआत
पार्टी सूत्रों ने बताया कि नैतिकता और कानूनी मानदण्डों के अनुरूप जिन कथित माननीय का आचरण नहीं होगा, उन पर इसी तरह की कार्रवाई प्रदेश अध्यक्ष करते रहेंगे। इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से उनकी बात हो गई है। पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी अनुशासन के मामले पर सख्ती बरतने के मूड में हैं। कारण- तेजस्वी यादव ने भी अनुशासन पर जोर देते हुए पार्टी को चुस्त बनाने के लिए युवकों को जोड़ने के लिए अभियान चलाने वाले हैं।
उनका अभियान सींमांचल से शुरू होगा जिसमें नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ लोगों को एकजुट करेंगे। तेजस्वीं यादव सीएए के विरोध के बहाने जनता की नब्ज भी टटोलेंगे और युवकों को पार्टी में शामिल भी कराते जाएंगे। सीमांचल से यात्रा शुरू करने के पीछे उनकी मंशा अल्पसंख्यक युवकों को अपनी ओर जांेड़ते हुए पार्टी को तीखा और धारदार बनाना है।