पटना : कल विधानसभा का घेराव करने जा रहे नियोजित शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज शुक्रवार को राजद ने विधान परिषद में भारी हंगामा किया। शोरगुल के कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी। परिषद में नेता विपक्ष राबड़ी देवी ने कहा कि मौजूदा सरकार लगातार शिक्षकों का दमन कर रही है। सरकार को उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।
राजद के इस हंगामे में कांग्रेस ने भी उसका साथ दिया। कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि सरकार दमन पर उतर आयी है। कल जिस तरह शिक्षकों पर लाठियां बरसाई गई, वह एक प्रकार से आपातकाल के दमन की याद दिलाता है। शिक्षक गुरु होता है। कल गुरु के सिर पर लाठी मारी गई। जबकि सिर पर लाठी मारना अपराध है। गृहमंत्री के रूप में नीतीश कुमार को इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए।
सदन के बाहर राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि लाठीचार्ज में कई शिक्षक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। शिक्षकों पर लाठी-डंडे चला कर जुल्म किया जा रहा है, और सरकार सुशासन का दावा कर रही है। शिक्षक अपने उपर हुए जुल्म के विरोध में काला दिवस मना रहे हैं। यह शर्म की बात है। राजद की यह मांग है कि जो शिक्षक घायल हैं, उनका सराकरी पैसे से इलाज हो। जिन शिक्षकों पर केस दर्ज हुआ है, उसे सरकार वापस ले। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सरकार निरंकुश हो गई है। शांतिपूर्वक जायज मांगों को रखने वालों का दमन किया जा रहा है।