जहानाबाद के काको से अरेस्ट शरजील इमाम के संबंध प्रतिबंधित इस्लामिक-उग्रवादी संगठन पीएफआई से होने के साक्ष्य सामने आये हैं। पोपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया नामक इस संगठन से शरजील का पुराना संबंध है। इस फ्रंट की बिहार में लगाम उसके हाथों देने की बात उसके नेता सोच रहे थे। बिहार में एक नया नेटवर्क खड़ा करना चाहता था वह। इसी ख्याल से उसने जहानाबाद को अपना शेल्टर बनाया था ताकि उस पर शक नहीं हो कि वह बाहरी है। उसके पिता जहानाबाद से पाॅलिटिक्स भी करते रहे हैं। सो, अपना पहला ठिकाना वह जहानाबाद में ही बनाया।
अरेस्टिंग के तुरंत बाद पुलिस ने खंगालना शुरू किया उसका नेटवर्क
गुप्तचर एजेंसी बताते हैं कि शरजील पर उनकी निगाहें बहुत दिनों से ही टिकीं थीं। उसकी गतिविधियों पर जजर रखी जा रही थी। पर, जामिया मिलिया से बड़ी होशियारी से वह उड़ गया। अरेस्टिंग वारंट के बाद भी वह पुलिस की आंखों से छिपता रहा। उसके अच्छे संबंध कन्हैया से तो हैं ही कुछ देशविरोधी संगठनों से भी संबंध रखने की बात सामने आयी है।
वह कुछ दिनों पूर्व गुवाहाटी गया था। वहां उसने छात्रों की एक गुप्त बैठक भी की थी। बैठक में उसने देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों के बारे में जानकारियां एकत्र कर बिहार लौटा था। पुलिस को बरामद उसके सेल-फोन में कई ऐसे नम्बर और नाम मिले हैं, जिन पर खुफिया की नजरें बहुत दिनों से है।
शरजील ने पटना के फुलवारी शरीफ और मनेर के युवकों को उसने अपने नये नेटवर्क में जोड़ना चाहता था। अरेस्टिंग के तरंत बाद उसके सेलफोन को जब्त करते हुए पुलिस ने उसके संबंधाों को खंगालना शुरू किया।
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