नवादा : समूचे बिहार में और खासकर नवादा में शराबबंदी किस कदर फेल है, इसकी बानगी हमें पूरे प्रदेश में रोेजाना देखने को मिलती है। लेकिन नवादा में जो आज हुआ, उसने राज्य सरकार के इकबाल को कठघरे में खड़ कर दिया। यहां के शराब माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने आज सद्भावना चौक के पास शराब की बरामदगी हेतु वाहन चेकिंग कर रहे होमगार्ड जवान को अपनी गाड़ी से कुचलकर मार डाला। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। इस बाबत अज्ञात वाहन सवारों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की गयी है।
बताया जाता है कि मुफ्फसिल थानांतर्गत पनसल्ला गांव का होमगार्ड जवान कैलाश चौधरी सद्भावना चौक के पास अपनी ड्यूटी पर तैनात था। रजौली की ओर से अवैध शराब की खेप लेकर आ रहे मारूती वाहन को रुकवाने की उसने कोशिश की। लेकिन शराब माफिया भला रूकने वाले कहां थे। सो वे जवान को रौंदने के बाद वहां से चलते बने। वहां मौजूद अन्य सहयोगियों ने गंभीर रूप से जख्मी होमगार्ड जवान को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष अंजनी कुमार ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है। घटना के बाद होमगार्ड जवानों में असंतोष देखा जा रहा है। बता दें कि इसके पूर्व रजौली समेकित जांच केंद्र पर भी कई बार होमगार्ड जवानों को शराब माफिआयों द्वारा वाहन से कुचलकर जख्मी किया जा चुका है।
होमगार्ड के आश्रित को डीएम ने दिया मुआवजा
नवादा नगर थाना में पदस्थापित होमगार्ड जवान कैलाश चौधरी की शराब माफिया द्वारा वाहन से कुचलकर की गयी हत्या के बाद समाहर्ता कौशल कुमार ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। इसके पूर्व समाहरणालय परिसर में होमगार्ड जवानों ने उनके शव पर माल्यार्पण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने परिजनों को संस्कार के लिये सात हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी।
समाहर्ता कौशल कुमार ने कहा कि दोषी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उसकी गिरफ्तारी के आदेश निर्गत किये गये हैं। उन्होंने दिसम्बर के अंत तक होमगार्ड जवान के आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की घोषणा की। इसके साथ ही आश्रित को पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये का चेक उपलब्ध कराया गया।
बता दें सद्भावना चौक के पास ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पनसल्ला गांव के कैलाश चौधरी की हत्या शराब माफिया ने शनिवार की अहले सुबह वाहन से कुचलकर कर दी थी। घटना के बाद होमगार्ड जवानों में असंतोष देखा जा रहा था। अनुकंपा पर नौकरी देने के समाहर्ता के आश्वासन के बाद जवानों का गुस्सा कुछ शांत हुआ है।