बिहार पहुंची शालिग्राम शिला का जगह-जगह स्वागत और पूजन
पटना/मोतिहारी : नेपाल के जनकपुर से अयोध्या ले जाई जा रही शालिग्राम पत्थर की दो विशाल शिलाएं आज मंगलवार को बिहार पहुंची। बिहार में इन शिलाओं का मेहसी, चकिया, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज आदि जगह-जगह भारी भीड़ स्वागत कर रही है। शालिग्राम पत्थर की इन्हीं दोनों विशाल शिलाओं से अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर में प्रभु श्री राम और माता सीता की प्रतिमाएं बनाईं जाएंगी। आज मंगलवार को इन शिलाओं को लेकर बड़ा ट्रक मोतिहारी के मेहसी और चकिया पहुंचा। यहां इनके दर्शन—पूजन के लिए जगह-जगह लोगों ने जय श्री राम के जयकारे लगा इनका स्वागत किया।
पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज में दर्शन-पूजन
नेपाल से चले शालिग्राम पत्थर लदे वाहन का बिहार के पूर्वी चम्पारण सीमा में प्रवेश करते ही जगह—जगह भव्य स्वागत किया गया। सड़क पर हजारों की संख्या में इंतजार कर रहे महिला-पुरुषों ने वाहन पर फूलों की बारिश की। मुजफ्फरपुर से सटे मेहसी के मगुरहां सीमा पर भाजपा विधायक शायमबाबू यादव के नेतृत्व में शिलाओं का दर्शन—पूजन किया गया। बताया गया कि इस शालिग्राम से अयोध्या में भगवान राम के बाल्यकाल की मूर्ति का निर्माण किया जाएगा।
काली गंडकी से निकला शालिग्राम करोड़ों साल पुराना
करोड़ों साल पुराने इस शालिग्राम को नेपाल ने भारत को स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में लगाने के लिए भेजा है। नेपाल भगवान का ससुराल और माता जानकी की जन्मभूमि है। 26 जनवरी को नेपाल के काली गंडकी नदी से इस आध्यात्मिक पत्थर शिला को वैदिक मंत्रोचार और कई अनुष्ठान के साथ अयोध्या रवाना किया गया था। मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र के मां छिन्मस्तिका मंदिर में शालिग्राम शिला ले जा रही गाड़ियों का ठहराव किया गया। अब यह वाहन गोपालगंज के लिए रवाना हो गया है।