पटना : विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले भाजपा विधायक ललन पासवान और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीच हुई बातचीत से सियासत गर्म हो गई है।
वहीं इस बातचीत को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि लालू यादव रांची से एक मोबाइल से फोन कर लगातार एनडीए विधायकों को फोन कर रहे थे और उन्हें मंत्री बनाने का प्रलोभन दे रहे थे। हालांकि उनकी यह तिकड़म काम नहीं आई परंतु उनके द्वारा एक बार फिर जेल मैनुअल का उल्लंघन किया गया। वहीं उनके द्वारा किए गए फोन कॉल कर बीजेपी के नेताओं द्वारा जमकर हमला बोला जा रहा है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि लालू यादव को तिहाड़ जेल भेजना चाहिए। लालू यादव जेल में रहकर विधायक को फोन करते हैं। वह साफ तौर से जेल के नियमो का उल्लंघन कर रहे हैं।
उन्होनें कहा कि बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य pil दाखिल करेंगे। जयसवाल ने कहा कि रत्नेश कुशवाहा pil दाखिल करेंगे। आगे उन्होनें बताया कि भाजपा द्वारा जेल मैन्युअल का उल्लंघन करने को लेकर pil दाखिल करेंगे।
इसके अलावा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि दूसरे पर सवाल उठाने वालों को अपने परिवार को देखना चाहिए। जेल से किसी को फोन नहीं किया जाना चाहिए।
वहीं उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि एक महादलित जो प्रथम बार निर्वाचित सदस्य हो उसको लालू यादव के द्वारा जेल से प्रलोभन देना धमकी देना लोकतंत्र की हत्या है। उन्होनें कहा कि हम झारखंड सरकार से मांग करते हैं इस पर वैधानिक कार्रवाई करें और केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि उच्च स्तरीय जांच पर की जाए। उन्होनें यह भी कहा कि कारा झारखंड सरकार के अधीन है और रिम्स भी झारखंड सरकार के अधीन है। इसलिए झारखंड सरकार द्वारा इस पर कार्यवाही की जाए।