राजद में सीटों को लेकर अभी सीन क्लीयर नहीं हुआ है। न तो गठबंधन में कांग्रेस और न ही रालोसपा के साथ सीटों को लेकर कोई निर्णायक वार्ता हुई है। गठबंधन की सभी पार्टियां अपनी आधार सीटों को लेकर ही चर्चा कर रहे हैं। राजद की एक निर्णायक शक्ति ने बताया कि कुछ सीटें जहां लगातार राजद पीछे रहीं हैं, उन पर विचार तो किया जा रहा है, पर कोई फाईनल टच अभी नहीं दिया गया है।
रालोसपा व वीआईपी से निर्णायक वार्ता अभी तक नहीं
पार्टी सूत्र ने बताया कि रालोसपा और वीआईपी उन सीटों को भी अपने खाते में दर्शा रहा है, जिन पर राजद का पहले से ही मजबूत आधार और तर्क है। हालांकि उनकी बातों को भी तरजीह दी जा रही है। मिली जानकारी केे अनुसार, रालोपा और वीआईपी से तेजस्वी प्रसाद की दो अनौपचारिक वार्ता सीटों को लेकर हुई है। दानों वार्ताओं में उन्हें अपेक्षा से कम सीटें देने की बात कही गई है। सीटों के नाम भी दिए गये उनमें रालेसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा की वैसी सीटों पर राजद ने असहमति व्यक्त की है, जिस पर उनका मजबूत आधार है।
राजद ने पहली बार घोषित तौर पर 30 सीटों को सवर्णों को देने की बात कही है। ऐसी स्थिति में कई सीटों पर कई सवर्ण दावेदार उठ खड़े हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि पार्टी की कोर कमिटी की बैठक अभी सीटों को लेकर हुई ही नहीं, ऐसे में सीटों को लेकर महज अफवाह है, सच्चाई नहीं। हां, इतना तय है कि राजद खुद अपनी ही वैसी सीटें बदलीं हैं, जहां जनाधार मजबूत है पर, प्रत्याशी लगातार पीछे रहा अथवा हारता रहा।
सीबीआई से परमिशन लेकर अंतिम सूची जाएगी लालू के पास
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई लाख लालू प्रसाद पर सख्ती बरतते रहे, अंतिम सूची तो उनके अवलोकनार्थ उनके पास जाएगी ही, क्योंकि बिहार की 243 सीटों के जोड़-घटाव व जातीय समीकरण उनके कम्पयूटर में फिट है। इसके लिए सीबीआई से अनुमति भी ली जा सकती है।