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खुलने लगे स्कूल, बिहार में भी केंद्र के नए मॉडल से शुरू होंगी Offline कक्षाएं!

नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने देशभर में कोरोना के चलते बंद स्कूलों को फिर से खोलने का मन बनाना शुरू कर दिया है। इसके लिए सरकार ने एक मॉडल तैयार किया है जिसपर कोरोना प्रोटोकाल के तहत आफलाइन कक्षाएं शुरू करने के बारे में मंंथन किया जा रहा है। महाराष्ट्र और हरियाणा में जहां स्कूल खोलने की इजाजत दे दी गई है, वहीं दिल्ली में भी इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। ऐसे में कोरोना मामलों में ज्यादा उछाल को न देखते हुए सरकार अब देशभर में स्कूलों को फिर से खोलने पर गंभीर है।

स्कूल खोलने को लेकर केंद्र का क्या प्लान?

सूत्रों के अनुसार स्कूल रीओपन प्लान में केंद्र और राज्य सरकारें दोनों इस नए मॉडल पर सहमत और मिलकर काम कर रहे हैं। इसके तहत एक ऐसी योजना पर काम हो रहा है जिससे स्कूलों को कोरोना ऐहतियात बरतते हुए क्रमबद्ध तरीके से खोला जा सके। इसी मॉडल के अंतर्गत हरियाणा में एक फरवरी से 10वीं—12वीं तक के स्कूल खोलने को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें उन्हीं छात्रों को स्कूल में इंट्री मिलेगी जिन्होंने कम से कम एक डोज वैक्सीन की ली होगी।

कोरोना ग्राफ में गिरावट से जगी उम्मीद

पिछले हफ्ते देशभर के राज्यों में कोरोना के ग्राफ में गिरावट देखी गई। बिहार में यह गिरावट 71 प्रतिशत दर्ज की गई। वहीं झारखंड में साप्ताहिक मामलों में 83 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 111 फीसद, चंडीगढ़ में 14 प्रतिशत गिरावट देखी गई। इस गिरावट को देखते हुए ही सरकार अब स्कूल खोलने पर प्रेरित हुई है। नए मॉडल के तहत हरियाणा के बाद दिल्ली, फिर बिहार, यूपी, मप्र और बाकी राज्यों में धीरे—धरे इस मॉडल के आधार पर स्कूल खोले जायेंगे। वहीं यदि कोई राज्य अपनी आवश्यकता अनुसार इस मॉडल के आधार पर तय समय से पहले भी अपने राज्य में स्कूल खोलना चाहे तो वह ऐसा कर सकता है। ऐसा करते समय सिर्फ उसे निर्धारित नियमों और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करना होगा।

बिहार में 6 फरवरी को हो सकती है घोषणा

माना जा रहा है कि बिहार में भी कोरोना की अद्यतन स्थिति की जब राज्य सरकार समीक्षा करेगी तब स्कूल खोलने की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा। अगले महीने राज्य में स्कूल खोलने को लेकर कोई फैसला भी हो सकता है। हालांकि इसमें देश के अन्य राज्यों में स्कूलों के संचालन के तौर तरीकों को भी ध्यान में रखा जाएगा। इन राज्यों में महाराष्ट्र, हरियाणा, केंद्र शासित प्रदेश चंडिगढ़ आदि में अपनाए गए मानदंड शामिल हैं।