स्कूली बच्चों को बस की छत पर लाद यह कैसा परिभ्रमण करा रहे मुख्यमंत्री?
नवादा : बिहार में मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण योजना के नाम पर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले पटना में बच्चों को बीच सड़क पर रातभर सुलाया गया। अब नवादा में शैक्षणिक परिभ्रमण पर निकले बच्चों को बस की छत पर लाद कर ले जाने का मामला सामने आया है। यह नवादा जिले के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य और उनके जीवन के साथ खिलवाड़ का जीता—जागता नमूना है। ऐसे में किसी दुर्घटना में उनकी जान चली जाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं।
ताजा मामला रोह प्रखंड क्षेत्र के ताजपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है, जहां के बच्चों को बसों की छतों पर बैठाकर शैक्षणिक परिभ्रमण पर ले जाया गया। मामले को इसलिए झुठलाना नामुमकिन है क्योंकि इसे कुछ पत्रकारों ने कैमरे में कैद कर लिया।
इस बाबत परिभ्रमण पर जा रहे छात्रों ने बताया कि नीचे जगह नहीं रहने के कारण उन्हें उपर बस की छत पर बैठने का आदेश शिक्षक ने दिया। हमारे लिए उनके आदेश का पालन करना मजबूरी है सो हम लोग छत पर सफर कर रहे हैं।
बसों की छतों पर सफर करना परिवहन नियमों के भी विपरीत है। इसके लिये जुर्माने का प्रावधान भी है। लेकिन अब इन पढ़े—लिखे शिक्षकों को कौन बताए? परिवहन विभाग भी इस दिशा में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। इसके साथ ही सुरक्षा मानकों पर भी सवाल उठ रहा है ।
बता दें इसके पूर्व भी जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के शेरपुर सूफी विद्यालय के छात्रों को पटना में देर रात सङकों पर सुलाया गया था। तब यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनी थी। अब पुनः नवादा में दूसरी बार इस प्रकार की लापरवाही शिक्षा महकमे में सामने आयी है।