नयी दिल्ली: पात्रा चॉल स्कैम केस में शिवसेना नेता और एमपी संजय राउत को अदालत से कोई राहत नहीं मिली। कोर्ट ने राउत की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया है। उधर कोर्ट के निर्देशों पर इस मामले में ईडी अफसरों ने चार्जशीट संजय राउत को सौंप दिया है।
एक महीने से अधिक समय से जेल में हैं राउत
उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत एक महीने से अधिक समय से न्यायिक हिरासत में हैं। 31 जुलाई को ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद से वे मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में बंद हैं। पात्र चॉल घोटाले में संजय राउत ने विशेष अदालत में अपनी जमानत की अर्जी दाखिल कर तत्काल सुनवाई की मांग की थी। राउत ने कोर्ट से यह भी कहा था कि ईडी अपनी जांच जारी रख सकती है। लेकिन उन्हें जमानत दे दी जाए क्योंकि राउत को जेल में रखने से कुछ नहीं होगा।
क्या है मुंबई का पात्रा चॉल घोटाले का मामला
महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मुंबई के पात्रा चॉल में रहने वाले परिवारों को स्थायी घर देने के लिए फ्लैट बनाकर देने की योजना शुरू की थी। चाल के पुनर्विकास का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। कंपनी को साढ़े तीन हजार फ्लैट बनाकर देने थे। लेकिन 14 साल बीतने के बाद भी कंपनी ने यहां फ्लैट नहीं बनाए। आरोप है कि उपरोक्त कंपनी ने हाउसिंग डेवलपमेंट आथॅरिटी के साथ धोखाधड़ी की और बिना फ्लैट बनाए ही जमीन बिल्डरों को बेच दी।